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Last Modified: गुरदासपुर-नई दिल्ली , मंगलवार, 28 जुलाई 2015 (22:47 IST)

गुरदासपुर हमला : 26-27 जुलाई को पाकिस्तान से आए थे हमलावर

गुरदासपुर हमला : 26-27 जुलाई को पाकिस्तान से आए थे हमलावर - Gurdaspur attack
गुरदासपुर-नई दिल्ली। पंजाब के गुरदासपुर में कल हमला करने वाले आतंकवादी 26-27 जुलाई की रात पाकिस्तान से रावी नदी के जरिए भारतीय सीमा में दाखिल हुए थे और ऐसा लगता है कि वे कई और इलाकों में भी कोहराम मचाने के मंसूबे से आए थे। सामने आए सीसीटीवी फुटेज में दिखता है कि हथियारों से लैस तीनों आतंकी सड़क पर चल रहे हैं।
मारे गए तीनों आतंकवादियों के पास बरामद दो जीपीएस मशीनों से पता चला है कि रास्तों और निशानों के बारे में सूचना 21 जुलाई को इसमें जोड़ी गई थी।
 
एक सूत्र ने कहा, जीपीएस के शुरुआती डाटा से दिखता है कि तीन आतंकवादियों ने रविवार की रात भारत जाने के सफर की शुरुआत पाकिस्तान के शकरगढ़ के घारोट के एक मकान से की थी और वे पठानकोट में बामियाल में दाखिल हुए। 
 
सूत्रों ने कहा कि आतंकवादी 26 और 27 जुलाई की रात भारत में दाखिल हुए थे और उन्होंने रावी नदी का इस्तेमाल किया था। पंजाब पुलिस के प्रमुख सुमेध सिंह सैनी ने कहा कि 11 बम बरामद किए गए और इनमें से पांच को निष्क्रिय कर दिया गया।
 
उन्होंने कहा कि मुठभेड़ स्थल से तीन एके-47 रायफल, 17 मैगजीन, 55 कारतूस, एक रॉकेट लांचर, तीन हथगोले, बुलेटप्रूफ जैकेट, रात में देखने में मददगार उपकरण और गोलियां बरामद की गईं।
 
जांच का ब्यौरा देते हुए पुलिस महानिदेशक ने कहा कि आतंकवादी धुस्सी बांध (रावी नदी) से होते हुए रेल की पटरी तक पहुंचे थे, जहां उन्होंने बम रखे तथा इसके बाद दीनानगर पहुंचे। बमों के बारे में समय रहते पता लगा लिया गया और निष्क्रिय कर दिया गया।
 
सैनी ने कहा, जीपीएस सिस्टम के मुताबिक उन्होंने पहले रेल की पटरी पर बम रखे और फिर एक व्यक्ति की कार छीनी तथा दीनानगर थाने में दाखिल हुए। 
 
दिल्ली में आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि जांच से संकेत मिलते हैं कि पाकिस्तान आधारित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से संदिग्ध रूप से जुड़े हमलावर बामियाल गांव से होते हुए भारत में दाखिल हुए थे और उनका मंसूबा थाने के अलावा गुरदासपुर सिविल लाइन को निशाना बनाने का था।
 
आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि आतंकवादियों ने भारतीय सीमा में दाखिल होने के बाद जीपीएस सिस्टम को खोल दिया। आतंकवादियों के करीब 14 सेकंड के वीडियो फुटेज में तीन लोग नजर आ रहे हैं, जिन्होंने सेना की वर्दी पहन रखी है। उनकी पीठ पर बड़े-बड़े बैग हैं और वे ‘एके’ रायफलों से लैस नजर आ रहे हैं। वे कल सुबह 4.55 मिनट पर सड़क पर चलते नजर आ रहे हैं।
 
गुरदासपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) जीएस तूर ने आज बताया कि दीनानगर इलाके के तारागढ़ की एक दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में ये तस्वीरें उस वक्त कैद हुईं, जब तीनों आतंकवादी पाकिस्तान से लगी सीमा के पास बसे इस शहर में दाखिल हुए।
 
तूर ने बताया कि जांच के दौरान यह बात सामने आई कि आतंकवादियों ने एक मिनी ट्रक (टेम्‍पो) के ड्राइवर से उसकी गाड़ी छीनने की कोशिश की थी और फिर एक चलती बस पर गोलियां चलानी शुरू कर दी।
 
अपनी मारुति कार में सब्जियां खरीदने के लिए बाजार की तरफ जा रहा एक शख्स उनका निशाना बना। कार मालिक कमलजीत सिंह ने कहा कि आतंकवादियों ने उन्हें गाड़ी से बाहर निकाला और सड़क पर फेंक दिया।
 
दिल्ली में सूत्रों ने कहा कि आतंकवादियों ने 15 किलोमीटर की दूरी पैदल चलकर तय की और इसके बाद उन्होंने तलवंडी-अमृतसर रेलमार्ग की पटरी पर पांच आईईडी लगाए। पंजाब पुलिस ने दीनानगर पुलिस थाना परिसर के पास से जब्त किए गए दो ग्रेनेडों को आज सुबह निष्क्रिय कर दिया।
 
कल हुए हमले में एक पुलिस अधीक्षक सहित सात लोग मारे गए। कल आतंकवादियों और पंजाब पुलिस के बीच करीब 12 घंटे तक मुठभेड़ चली थी। पुलिस एवं स्पेशल वीपंस एंड टैक्टिक्स टीम (स्वॉट) के कमांडो के साथ हुई मुठभेड़ में तीनों आतंकवादियों को मार गिराया गया।
 
पंजाब पुलिस के डीजीपी सुमेध सिंह सैनी ने कल कहा था कि आतंकवादियों के पास से चीन में बने हथियार और जीपीएस बरामद किए गए हैं। (भाषा)