नोटबंदी के बाद सोने के आयात में भारी गिरावट
नई दिल्ली। केंद्र के नोटबंदी के अभियान से देश में सोने की मांग काफी प्रभावित हुई है। दिसंबर और जनवरी में देश में सोने का आयात गिरा है। दिसंबर में सोने का आयात घटकर 54.1 टन और जनवरी में 53.2 टन टन पर आ गया। नवंबर में यह 119.2 टन के उच्चस्तर पर था। इसी महीने सरकार ने 500 और 1,000 के नोट बंद किए थे।
जनवरी में सोने का आयात जनवरी 2016 की तुलना में 43 प्रतिशत घटा है। ऊंचे मूल्य के नोटों को बंद करने के फैसले से देश में भारी नकदी संकट पैदा हुआ जिससे बहुमूल्य धातुओं और अन्य जिंसों की मांग बुरी तरह प्रभावित हुई।
रिजर्व बैंक के आकलन पत्र के अनुसार नोटबंदी की वजह से सोने की घरेलू मांग में अचानक तेजी आई, क्योंकि लोग पुराने नोटों के बदले प्रीमियम पर सोना खरीदने को तैयार थे। रिजर्व बैंक के आकलन पत्र के अनुसार नोटबंदी के बाद सोने की घरेलू मांग में भारी इजाफा हुआ। खरीदारों ने ऊंचे प्रीमियम पर सोने की खरीद बंद नोटों के जरिए की।
रिजर्व बैंक ने कहा कि देश में रत्न एवं आभूषणों की 80 प्रतिशत खरीद नकदी में की जाती है। नकदी संकट की वजह से उपभोक्ता मांग प्रभावित हुई। भारत दुनिया के सबसे बड़े सोना आयातकों में है। यह आयात मुख्य रूप से घरेलू आभूषण उद्योग की मांग को पूरा करने के लिए किया जाता है। (भाषा)