राहतभरी खबर! मध्यमवर्ग पर नहीं लगेगा नया कर...
नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को कहा कि वह वेतनभोगी तथा मध्यमवर्ग पर और कर बोझ डालने के पक्ष में नहीं है लेकिन वह कर दायरा बढ़ाकर करचोरी करने वालों को इसके दायरे में लाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
जेटली ने कहा कि वास्तव में वह चाहेंगे कि करदाताओं के जेब में ज्यादा पैसा हो जिससे वे ज्यादा खर्च करेंगे और अप्रत्यक्ष कर संग्रह बढ़ेगा।
उन्होंने कहा, कर आधार बढ़ाने का आखिर क्या मतलब है? मैं भी उतना ही अप्रत्यक्ष कर देता हूं जितना कि मेरा सहायक देता है। हमारी खपत की मात्रा अलग-अलग हो सकती है। इसीलिए हर कोई अप्रत्यक्ष कर दे रहा है।
उन्होंने कहा, 'और वास्तव में आज आपके करीब आधे कर अप्रत्यक्ष कर हैं, आप उत्पाद शुल्क देते हैं, सीमा शुल्क देते हैं, सेवा कर देते हैं। अब जहां तक आयकर का सवाल है, इसमें कर दायरा बढ़ाने के लिए मैं कर चोरी करने वालों को इसके दायरे में लाने का समर्थन करता हूं।'
उनसे यह पूछा गया था कि क्या वह अपने बजट में राजस्व बढ़ाने के लिए कर आधार बढ़ाएंगे।
फरवरी में अपना पहला पूर्ण बजट पेश करने जा रहे जेटली ने कहा कि पिछले बजट में उन्होंने आयकर छूट सीमा 2 लाख रुपये से बढ़ाकर 2.5 लाख रुपए कर दी और अगर उनके पास धन की कमी नहीं होती तो वह इस सीमा को और बढ़ाते। (भाषा)