गुरुवार, 25 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. आईटी
  3. मोबाइल मेनिया
  4. fake IMEI
Written By
Last Updated : बुधवार, 21 जनवरी 2015 (11:45 IST)

बैन हुए फर्जी आईएमईआई वाले मोबाइल

बैन हुए फर्जी आईएमईआई वाले मोबाइल - fake IMEI
भारत ने नकली आईएमईआई नंबर वाले सस्ते मोबाइल के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है। पिछले दिनों देखा गया था कि पुलिस ऐसे मोबाइल ट्रेस नहीं कर पाती थी। इनमें से अधिकतर मोबाइल चीन से आयात किए जाते हैं, जिनका आईएमआई नंबर 00 से शुरू या खत्म होता है।  

क्या होता है आइएमईआई :   फोन में दिया गया 15 अंको का आईएमआई नंबर एक खास तरह का कोड होता है। जो हर मोबाइल के साथ में मिलता है, फिर वो चाहे बड़े ब्रांड का मोबाइल हो या फिर चाइनीज मोबाइल।

आईएमईआई नंबर का प्रयोग उस खास हैंडसेट को पहचानने के लिए किया जाता है जिससे कॉल की जाती है या फिर रिसीव की जाती है। मोबाइल खो जाने पर इसी 15 अंको के आईएमईआई नंबर द्वारा जीपीएस की मदद से मोबाइल की लोकेशन का पता चलता है।

किसी भी मोबाइल फोन में सिम डालने के बाद मोबाइल ऑपरेटर आईएमईआई नम्बरों को इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर में स्टोर करता है, जिससे मोबाइल खो जाने पर ऑपरेटर आईएमईआई द्वारा उक्‍त मोबाइल की सभी सेवाएं ब्‍लॉक कर देता है।

कैसे जानें आईएमईआई नंबर :  हर मोबाइल या स्मार्टफोन का इंटरनेशनल मोबाइल इक्विपमेंट आईडेंटिटी नंबर होता है, जिसे संक्षेप में आईएमईआई नंबर कहते हैं। अपने फोन से *#06# डायल कर आप हैंडसेट का आईएमईआई नंबर पता कर सकते हैं।

हैंडसेट की बैटरी निकालकर पैनल में लगे स्टीकर में भी आईएमईआई नंबर देख सकते हैं। इस नंबर के फोन में जब कोई सिम डाला जाता है तो उसका नंबर स्कैन होकर कंपनी की टेक्निकल टीम के पास पहुंच जाता है। पुलिस की सर्विलांस टीम भी आईएमईआई नंबर अपने सॉफ्टवेयर में फीड कर वह फोन नंबर जान सकती है, जो हैंडसेट में इस्तेमाल किया जा रहा है। फिर उस नंबर से उसके मालिक और उस क्षेत्र का पता चल जाता है।
कैसे जानें आईएमईआई नंबर :  हर मोबाइल या स्मार्टफोन का इंटरनेशनल मोबाइल इक्विपमेंट आईडेंटिटी नंबर होता है। अपने फोन से *#06# डायल कर आप हैंडसेट का आईएमईआई नंबर पता कर सकते हैं।

हैंडसेट की बैटरी निकालकर पैनल में लगे स्टीकर में भी आईएमईआई नंबर देख सकते हैं। इस नंबर के फोन में जब कोई सिम डाला जाता है तो उसका नंबर स्कैन होकर कंपनी की टेक्निकल टीम के पास पहुंच जाता है। पुलिस की सर्विलांस टीम भी आईएमईआई नंबर अपने सॉफ्टवेयर में फीड कर वह फोन नंबर जान सकती है, जो हैंडसेट में इस्तेमाल किया जा रहा है। फिर उस नंबर से उसके मालिक और उस क्षेत्र का पता चल जाता है।