सनसनीखेज खुलासा : जिन्न का नहीं, स्कूल टीचर का निकला छात्रा का बच्चा...
सतना। मध्यप्रदेश के सतना जिले में 10वीं कक्षा की छात्रा के मां बनने के मामले में नया खुलासा हुआ है। पन्ना जिला अस्पताल में गर्भवती छात्रा ने पहले बयान दिया था कि उस पर प्रेत का साया है और उसे जिन्न ने गर्भवती किया है, यह उसी का बच्चा है।
लड़की और उसकी मां लगातार यही बयान दिए जा रही थीं, लेकिन किसी को यह बात हजम नहीं हो रही थी। हालांकि लगातार काउंसिलिंग के बाद लड़की ने स्वीकारा किया है कि उसका स्कूल टीचर ही उसके बच्चे का पिता है। जिन्न को लेकर यह अफवाह उड़ाई थी।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, सिंहपुर थाना अंतर्गत ग्राम शिवराजपुर में रहने वाली इस छात्रा ने दावा किया था कि उसके साथ जिन्न (भूत) ने जबरन शारीरिक संबंध बनाए हैं जिससे वह 9 माह की गर्भवती हो गई। इस छात्रा को पन्ना के जिला अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती कराया गया था। वहां उसने 30 जनवरी की देर शाम एक बेटी को जन्म दिया था।
मामला संदिग्ध होने के चलते सतना की महिला थाना प्रभारी रीना सिंह ने लड़की से लगातार काउंसिलिंग की तब कहीं जाकर उसने खुलासा किया कि उसकी बेटी का पिता उसे पढ़ाने वाला टीचर है। मामले का खुलासा होने पर आरोपी बलात्कारी टीचर को 8 फरवरी की रात गिरफ्तार कर लिया गया, जहां 9 फरवरी को उसका मेडिकल कराया गया।
36 वर्षीय टीचर भागीरथ अहिरवार लड़की के ही गांव के स्कूल में 16 साल से अध्यापन का कार्य कर रहा है। पहले वह संविदा पर नियुक्त था पर अब स्थायी तौर पर सीनियर टीचर है।
आरोपी टीचर छात्रा के मोहल्ले में ही किराए से रहता है। पूर्व में उसकी पत्नी उसे छोड़कर चली गई है। स्कूल में पढ़ाई के दौरान उसका छात्रा से संपर्क बढ़ा और बात यहां तक आ पहुंची। वैसे तो छात्रा ने दो साल पहले 10वीं करने के बाद ही स्कूल छोड़ दिया था, परन्तु पड़ोस में रहने के कारण संपर्क बना रहा।
आरोपी टीचर का कहना है कि वो अपनी ही स्टूडेंट से प्यार करने लगा था और उससे शादी करना चाहता था। उससे वह पत्नी की तरह ही बर्ताव करता था। मामले में छात्रा आरोपी टीचर को बचाना चाहती थी इसलिए वो लगातार झूठ बोलती रही। इस मामले में परिजनों का भी भरपूर सहयोग रहा। हालांकि काउंसिलिंग के बाद उसने सबकुछ सच बयान कर दिया।
इससे पहले छात्रा को उसके परिजन किसी भूत-प्रेत की बाधा से पीड़ित मानते रहे। छात्रा बताती रही कि एक प्रेत उसके संग कई बार जबरन शारीरिक संबंध बना चुका है, जिससे उसे गर्भ ठहर गया। इसके बाद पन्ना के जिला अस्पताल में उसने एक बेटी को जन्म दिया। छात्रा की बात से उसके परिजन भी सहमत रहे। वे कई बार उसे तांत्रिकों के पास ले गए और झाड़-फूंक कराई।
लेकिन छात्रा का अब भी यही मानना है कि प्रेत उसका पीछा नहीं छोड़ रहा। यह घटना उस समय लोगों के सामने आई थी, जब बिन ब्याही छात्रा प्रसव कराने पन्ना जिले के देवेंद्रनगर स्थित 'सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र' पहुंची थी। जहां 'सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र' में जब छात्रा ने पति के कॉलम के आगे पिता का नाम लिखवाया तो ड्यूटी पर मौजूद नर्स और डॉक्टर चौंक पड़े थे।
मामले में नर्स सहित अन्य स्टॉफ ने जब छात्रा से इस बारे में पूछा तो उसने प्रेत की कहानी बताई तो लोगों के पैरों तले से मानों जमीन ही खिसक गई और बात हजम नहीं हुई। नर्सों ने फौरन इस मामले की जानकारी देवेंद्रनगर थाने को दी। मौके पर पहुंचीं एएसआई कंचन सिंह ने छात्रा के बयान लिए।
इसके बाद छात्रा को प्रसव के लिए पन्ना के जिला अस्पताल भेज दिया गया था, जहां उसने बच्ची को जन्म दिया था। मां और बेटी के इस पूरे मामले में पन्ना एएसपी राघवेंद्र सिंह ने देवेंद्रनगर थाने ने शून्य पर मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई के लिए थाना सिंहपुर (जिला सतना) को भेज दिया था।
पन्ना एसडीओपी राघवेंद्र सिंह पहले ही मामले से इत्तेफाक नहीं रखते थे। उनका कहना था कि छात्रा झूठ बोल रही है। विज्ञान के इस युग में वे अंधविश्वास को नहीं मानते। मामले को दबाने के लिए मनगढ़ंत कहानी बनाई जा रही थी लेकिन अब तो पीड़ित छात्रा ने ही मामले का पूरी तरह खुलासा कर दिया है।