रब ने बना दी जोड़ियां
-संजय जैन
झाबुआ। कहते हैं जोड़ियां स्वर्ग में बनती हैं। ऊपर वाला हर इंसान के जन्म के साथ ही उसका जीवनसाथी भी तय कर देता है। भले ही वह महाराष्ट्र के डोंडाइचा शहर के दो सगे भाई हों, जिनकी लंबाई सामान्य से कहीं अधिक कम है।
डोंडाइचा शहर के छाजेड़ परिवार के दो सगे भाइयों की लंबाई मात्र 3.6-3.6 फिट है। परिवार वाले इनके भविष्य को लेकर चिंतित थे। 11 साल पहले बड़े भाई को और सोमवार को छोटे भाई को अपनी जीवनसंगिनी मिल गई।
छाजेड़ परिवार के बड़े पुत्र विकास का विवाह आज से 11 वर्ष पूर्व राखी से हुआ था। राखी की लंबाई 3.3 फीट है। विकास 38 वर्ष के हो चुके हैं जबकि राखी 36 की। इनका एक पुत्र हिमांशु है जो 9 वर्ष का हो चुका है। उसकी कद-काठी पूरी तरह सामान्य है। पूरा डोंडाइचा शहर इस परिवार को कुदरत का करिश्मा कहता है।
छाजेड़ परिवार के छोटे बेटे धीरज (30) का विवाह सोमवार को झाबुआ जिले के कल्याणपुरा की पूजा सुराणा (28) के साथ संपन्न हुआ। पूजा की लंबाई 3.2 फीट है। धीरज ने एम.कॉम. तक की पढ़ाई की है और वे शेयर ब्रोकिंग का कार्य करते हैं, जबकि पूजा बी.कॉम तक शिक्षित हैं।
सभी मीडिया ने किया कवरेज : 2 घंटे तक चले इस विवाह को कवर करने के लिए जिले का पूरा मीडिया उमड़ पड़ा। कोई न्यूज़ चैनल या प्रिंट मीडिया बाकी नहीं रहा। नवविवाहित जोड़े का फोटो लेने के लिए लोगों का तांता लगा रहा और उनमें होड़ मची हुई थी।
क्या कहते हैं माता-पिता
पूजा बचपन से ही काफी चंचल और मिलनसार है। पूरे परिवार की सबसे लाड़ली बिटिया भी है। कुदरत ने हमें जैसी भी बेटी दी, हमने उसे बड़े जी-जान से बड़ा किया। मैं लोगों से अनुरोध करता हूं कि वे भी अपनी बेटियों का जी जान से पालन-पोषण करें क्योंकि बेटी है तो कल है।
- प्रवीण सुराणा, पिता
मैंने तो मेरी बेटी को तो बेटा मान कर ही बड़ा किया है। वह हमारे व्यापार का राइट हैंड है। उसकी कमी हमारे परिवार के साथ व्यापार में भी महसूस होगी। आखिर बेटी तो पराया धन ही होती है।
- पूर्णिमा सुराणा, माता