शनिवार, 20 अप्रैल 2024
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Written By WD

लव-मंत्र : ब्रेक-अप के बाद रिश्ता रखें या ना रखें

लव-मंत्र : ब्रेक-अप के बाद रिश्ता रखें या ना रखें - लव-मंत्र : ब्रेक-अप के बाद रिश्ता रखें या ना रखें
दिव्यज्योति नंदन  
 
दिल के रिश्तों में बढ़ती घुटन रिश्ता तोड़ने का कारण बन जाती है। जिंदगीभर कड़वाहट और दूरियों के साथ जीने से बेहतर भी यही है कि स्वस्थ मानसिकता के साथ सबंध खत्म कर लिए जाएं, लेकिन चोट पहुंचाकर नहीं। रिश्तों को तोड़ते समय भी विनम्रता और सहृदयता जैसे भाव बनाए रखना जरूरी है। ताकि कभी जिंदगी आपको दुबारा आमने-सामने होने का मौका दे तो होंठो पर मुस्कुराहट रहे, आंखों में दर्द नहीं। 


 
प्रेमी-प्रेमिका बदलने के इस दौर में भी शालीनता और अच्छे व्यवहार का अपना महत्व बना हुआ है। इसलिए अगर आपका संबंध किसी निश्चित दिशा में नहीं जा रहा है और आप उसे जबरन घसीटने का प्रयास कर रहे हैं, तो बेहतर है कि उस पर आपसी सहमति से विराम लगा दें। दूसरे शब्दों में अगर दिल तोड़ना ही है तो एक सभ्य व्यक्ति के रूप में तोड़ें जिसमें शालीनता भी हो और संवेदनशीलता भी। अगर संबंध विच्छेद को ध्यानपूर्वक शालीनता के साथ अंजाम दिया जाए तो नुकसान को कम से कम किया जा सकता है। 
 
ब्रेक-अप को विज्ञापन न बनाएं 
 
सुसंस्कृत होने का आज भी यही पैमाना है कि अपनी व्यक्तिगत समस्याओं को अपने तक रहने दें और किसी तीसरे को बीच में न लाएं। गलती चाहे आपकी हो या आपके प्रेमी/प्रेमिका की, उसकी व्याख्या और दूसरे पर आरोप सबके सामने न लगाएं। 
 
सही समय व जगह 
 
जब आप संबंध विच्छेद करने का फैसला कर लें तो केवल अपनी सुविधा के बारे में न सोचें। ऐसे समय और जगह का चयन करें जिसमें दूसरे व्यक्ति की भावनाओं का भी ख्याल रखा गया हो। छुट्टियां और खुशी के अवसर ऐसे नहीं हैं जिन पर बुरी खबर सुनाई जाए। सार्वजनिक स्थल पर कभी ब्रेकअप न करें। जब भावनाएं उफान पर होती हैं तो कोई ऐसा दृश्य बन सकता है जिस पर बाद में अफसोस हो। 


 
साथी को संकेत अवश्य दें
 
अपने अपराध बोध को कम करने के लिए आप व्याख्या देने से बचें और उससे फासला बना लें। लेकिन संबंध पर विराम लगाना वैकल्पिक नहीं होता, अगर आप काम को सही ढंग से करना चाहते हैं। इसलिए कभी भी फोन, एसएमएस या सोशल नेटवर्किंग साइट के जरिए ब्रेकअप न करें। सबसे अच्छा तरीका आमने-सामने बैठकर बात करना है। संबंध विच्छेद करने के ठोस कारण दें ताकि लड़की या लड़के को ठुकराए जाने का अहसास न हो और वह अलग होने के तर्कपूर्ण कारणों को अच्छी तरह समझ जाए। 
 
उसे पर्याप्त स्पेस दें 
 
अगर आपने ब्रेकअप की बातचीत कर ली है और संबंध में विराम लगा दिया है तब अपने साथी को पर्याप्त स्पेस दें। कुछ समय उन स्थानों पर न जाएं जहां उनसे मुलाकात हो सकती है। अगर आपके जीवन में कोई नया व्यक्ति आ गया है तो उस डेट को उन हैंगआउट्स, रेस्तरां या कॉफी शॉप पर न लेकर जाएं जहां आप अपने एक्स के साथ जाते थे। कोई भी अपने ब्रेकअप को याद नहीं करना चाहता खासकर जब उनसे तकलीफ होती हो। स्पेस आप दोनों के लिए ही महत्वपूर्ण हैं।  

 
संबंध पर विराम लगाने के बाद लाइफ को नए सिरे से शुरू करने का प्रयास करें। बाते करने के लिए भी अपने एक्स को कॉल न करें। ऐसा करने से दोनों को ही कठिनाई होगी। याद रखिए जब संबंध विच्छेद ताजा हों तब दोस्ती का कोई अर्थ नहीं होता। ब्रेकअप को संवेदना के साथ निभाने से आपकी परिपक्वता जाहिर होती है। ब्रेकअप का यह अर्थ नहीं है कि दूसरा व्यक्ति खराब है बस आप दोनों एक-दूसरे के लिए नहीं हैं।  
 
इसमें शक नहीं है कि ब्रेकअप दोनों ही पार्टनरों के लिए कठिन है लेकिन आप जितना अधिक उसे लटकाए रखेंगे और उसके बारे में इधर-उधर चर्चा करते फिरेंगे उतना ही संबंध पर बिना कड़वाहट विराम लगाना कठिन हो जाएगा। इसका अर्थ यह नहीं है कि आप संबंध पर विराम लगाने में जल्दबाजी करें और अपने रिलेशन को विकसित होने का समय ही न दें, लेकिन अगर आपने अलग होने का मन बना ही लिया है तब रिलेशन जारी न रखें।