इस दिवाली ऐसे करें मन की सफाई
डॉ. अर्चना मेहता
दीपावली पर हम अपने घरों की सफाई-पुताई करते हैं। हर वर्ष दिवाली आती है और चली जाती है, लेकिन हमारी अपने मन के प्रति उदासीनता ज्यों की त्यों बनी रहती है। यदि मन की गंदगी नहीं मिटी तो सारा का सारा बाहरी सौंदर्यीकरण व्यर्थ है। क्या ही अच्छा हो कि हम अपने घर और शरीर के साथ-साथ अपने मन की भी सफाई-पुताई करें। * आइए इस बार हम मन की ग्रंथियां और कुंठारूपी कचरा निकाल बाहर करें। * मन में नकारात्मकता के अनेक जाले लगे हुए हैं जिनसे मन गंदा लगता है। हम सकारात्मकता की झाड़ू से इन जालों को हटाकर अपने मन को स्वच्छ बनाएं। * हम जहां से भी हो सके, सद्गुणों को ग्रहण करें और इस चूने से मन की दीवारों की पुताई करें। अब हम अपने आदर्श महापुरुषों की तस्वीरें उन दीवारों पर टांग दें। ये तस्वीरें हमें आत्मविकास की प्रेरणा देती रहेंगी।