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Last Modified: गुरुवार, 16 अप्रैल 2015 (11:33 IST)

क्यों होती है सोने में दिक्कत

क्यों होती है सोने में दिक्कत - Why is it difficult to sleep
सोने की हर मुमकिन कोशिश करने के बावजूद भी हम अक्सर सो क्यों नहीं पाते हैं? ऐसे में ये उपाय कारगर साबित हो सकते हैं...
घुटनों का टकराना : कई लोग करवट लेकर सोना पसंद करते हैं। इसमें आराम मिल सकता है लेकिन अक्सर ऐसे लेटने में दोनों पैरों के घुटने आपस में टकराते हैं। अगर इससे सोने में दिक्कत होती है तो पैरों के बीच कोई मुलायम तकिया रख लें।
 
सही गद्दा : अच्छी नींद के लिए गद्दे का सही होना बेहद जरूरी है। अगर आप अपनी पीठ और गद्दे के बीच तीन अंगुलियों का अंतर महसूस करते हैं तो इसका मतलब है कि गद्दा पीठ के लिए ठीक नहीं। अगर आप अकड़ी हुई या दुखती हुई पीठ के साथ उठते हैं तो अपना गद्दा फौरन बदल डालें।
 
आवाजें : अक्सर हम रात को कुछ आवाजें सुनने के आदी होते हैं जैसे कि अगर रोज रात घर के पास से ट्रेन के गुजरने की आवाज आती हो, तो उससे हमें दिक्कत नहीं होती। लेकिन अगर कोई नई आवाज हमें सुनाई देती है, जैसे बिल्ली के रोने या लड़ने की आवाज तो हमारी नींद टूट जाती है। नींद में पड़ने वाली बाधाओं से निपटने के लिए आप हल्का संगीत बजाकर सो सकते हैं।
 
दवाओं का असर : अक्सर हम कुछ ऐसी दवाएं ले रहे होते हैं जिनका नींद पर असर पड़ता है। जैसे कि अवसाद, उच्च रक्तचाप या फिर दिल की बीमारियों की दवाएं। कई बार पेशाब करने के लिए भी नींद खुलती रहती है।
 
प्रकाश का असर : सोने के लिए हमें मेलाटोनिन हार्मोन की जरूरत होती है। लेकिन अक्सर प्रकाश की मौजूदगी में मेलाटोनिन का स्तर कम हो जाता है। अच्छी नींद के लिए विशेषज्ञों की सलाह है कि सोने से 30 मिनट पहले से बत्तियां बुझाना या हल्की करना शुरू कर दें। सोने से पहले कंप्यूटर, मोबाइल, टीवी इत्यादि भी बंद कर देना चाहिए।
 
ज्यादा खाना : कई शोध दिखाते हैं कि बहुत खाने के बाद अक्सर लोगों को सोने में दिक्कत आती है। खाने के बाद फौरन सोने जाना ठीक नहीं। बेहतर होगा कि रात में हल्का ही खाना खाया जाए।
 
कंप्यूटर का इस्तेमाल : सोने से पहले कंप्यूटर का इस्तेमाल नींद पर खराब असर डालता है। कंप्यूटर से निकलने वाली नीली रोशनी भी मेलाटोनिन के स्तर को कम करती है। मोलाटोनिन के घटते स्तर से मोटापे का खतरा भी बढ़ता है।
 
तनाव से दूरी : अगर कोई ऐसी बात है जिससे तनाव होने की संभावना है तो कोशिश करें कि उसे अगले दिन के लिए टाल दें। सोने से पहले ऐसी बातें करने से नींद पर खराब असर पड़ता है।