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Written By सीमान्त सुवीर
Last Updated :मेलबोर्न , बुधवार, 1 अक्टूबर 2014 (18:20 IST)

विश्व कप क्रिकेट में भारत और पाकिस्तान एक ही ग्रुप में

विश्व कप क्रिकेट में भारत और पाकिस्तान एक ही ग्रुप में -
विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट का आगाज अगले वर्ष 14 फरवरी से होगा, जबकि फाइनल मुकाबला 29 मार्च को खेला जाएगा। दुनिया की कुल 14 टीमें विश्व कप की जंग में उतरेंगी। आईसीसी के अनुसार 14 टीमों को दो समूहों में बांटा गया है। दिलचस्प बात यह है कि ग्रुप में 'बी' में भारत और पाकिस्तान एक साथ हैं। 
 

 

 
विश्व कप का पहला मैच 14 फरवरी के दिन न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में श्रीलंका और न्यूजीलैंड के बीच होगा। इसी दिन मेलबोर्न में खेले जाने वाले मैच में ऑस्ट्रेलिया की टक्कर इंग्लैंड से होगी। 
 
विश्व कप क्रिकेट के समूह 
 ग्रुप 'ए ': इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, बांग्लादेश, न्यूजीलैंड, अफगानिस्तान, आयरलैंड। 
ग्रुप 'बी' भारत, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, वेस्टइंडीज, जिम्बॉब्वे, आयरलैंड, यूएई।
 
इस बार के विश्व कप में भारत की पहली टक्कर 15 फरवरी रविवार के दिन परंपरागत प्रतिद्ंद्वी पाकिस्तान से होगी। दिन-रात का यह मैच ओवल, एडीलेड में खेला जाएगा। अपने समूह में भारत को दूसरा मुकाबला 22 फरवरी को मेलबोर्न में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलना है।
 
28 फरवरी को पर्थ (वाका स्टेडियम) में भारत की टक्कर संयुक्त अरब अमीरात से, 6 मार्च को पर्थ (वाका स्टेडियम) में वेस्टइंडीज से, 10 मार्च को हैमिल्टन  में आयरलैंड से, 14 मार्च को ऑकलैंड में जिम्बॉब्वे से होगी। भारत के सभी मैच डे-नाइट में खेले जाएंगे। 
 
भारत 1983 के विश्व कप जीतने के बाद 2003 उपविजेता बना जबकि 2007 के विश्व कप में ग्रुप स्टेज से आगे नहीं बढ़ पाया। 2011 में महेन्द्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत मुंबई में 28 बरस बाद एक बार फिर विश्व चैम्पियन बना।

 
टीम इंडिया इस वक्त थकी मांदी इंग्लैंड दौरे से लौटी है और अंग्रेजों के खिलाफ धोनी के धुरंधरों ने पांच मैचों की सीरीज पर 3-1 से कब्जा जमाया है, वह भी सुरेश रैना के बदले हुए रूप की बदौलत। कप्तान धोनी हमेशा से सुरेश रैना पर भरोसा करते आए हैं और वह उनके लिए एक तरह से 'तुरुप का इक्का' हैं।
 
हैरत की बात यह भी है कि इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज 1-3 से गंवाने के बाद टीम इंडिया लुटी पिटी सी दिखाई दे रही थी और कयास यह भी लगने लगे थे कि वनडे सीरीज में भी इंग्लैंड भारत को धोकर रख देगा, लेकिन हुआ इससे उलट। रैना ने इंग्लैंड की धरती पर कदम रखते ही टीम इंडिया का कायाकल्प कर डाला। जमकर रन बरसाए...विकेट झटके...और क्षेत्ररक्षण में ऐसा कमाल दिखाया, जिससे जोंटी रोड्‍स की यादें ताजा हो गई।
 
रैना काफी तैयारी के साथ इंग्लैंड गए थे। जाने से पूर्व उन्होंने लखनऊ के हॉकी मैदान पर सिंथेटिक बॉल से जमकर अभ्यास किया और शॉर्ट पिच गेंदों को कैसे नसीहत दी जाती है, इसका जमकर अभ्यास किया। रैना की मेहनत रंग लाई और धोनी के बुझे हुए चेहरे पर मुस्कुराहट लौट आई।
 
विश्व कप में अभी भी वक्त बाकी है और जाहिर है कि भारतीय थिंक टैंक विश्व कप को लेकर गंभीर होगा। उम्मीद की जानी चाहिए कि भारत न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया की संयुक्त मेजबानी में होने जा रहे विश्व कप में 2011 के कारनामे को दोहराए। जैसे टीम इंडिया ने सचिन को विश्व कप का तोहफा दिया था, ठीक उसी तर्ज पर भारतीय खिलाड़ी धोनी को भी यह उपहार दें...आमीन!