कोलकाता। टीम इंडिया के निदेशक रवि शास्त्री ने एशिया कप टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट में अपराजेय रहते हुए भारत को खिताब दिलाने वाले कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी को अब तक का सर्वश्रेष्ठ भारतीय कप्तान बताया है।
धोनी की कप्तानी में भारत ने वर्ष 2007 में टी-20 विश्वकप भी जीता था और उसके बाद वर्ष 2011 में भारतीय टीम विश्व चैंपियन बनी थी। शास्त्री ने कहा, मैंने बहुत पहले ही यह कहा था कि धोनी अब तक के सर्वश्रेष्ठ भारतीय कप्तान हैं। हां, लेकिन कुछ दो-चार लोग हैं, जो चाहते हैं कि वह संन्यास ले लें।
53 वर्षीय शास्त्री ने कहा, धोनी की कप्तानी में हम विश्व चैंपियन बने। वर्ष 2007 में टी-20 विश्वकप जीता और वर्ष 2011 में विश्वकप खिताब भी अपने नाम किया। मैं धोनी को अब तक का सर्वश्रेष्ठ भारतीय कप्तान मानता हूं।
शास्त्री ने टीम इंडिया के सुपर बल्लेबाज विराट कोहली की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, विराट कोहली और रोहित शर्मा के प्रदर्शन में निरंतरता से टीम को काफी लाभ मिला है। विराट ने एशिया कप में शानदार प्रदर्शन किया है और उम्दा फार्म में चल रहे हैं।
उन्होंने कहा, वे जुनूनी क्रिकेटर हैं और आप उनकी फार्म को देखें। वे बड़े स्तर के खिलाड़ी हैं। विराट दुनिया में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों से मुकाबला करना चाहते हैं। पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप मुकाबले में जिस तरह वे मोहम्मद आमिर के स्पैल में खेले, उससे पता चलता है कि वे विश्व स्तरीय खिलाड़ी हैं।
टीम इंडिया के निदेशक ने साथ ही कहा कि टीम किसी एक खिलाड़ी से नहीं होती और टी-20 विश्वकप जीतने के लिए सात से आठ खिलाड़ियों को अपना-अपना सर्वश्रेष्ठ देना होगा।
शास्त्री ने कहा, हम एक टीम के रूप में खेलते हैं, न कि व्यक्तिगत खिलाड़ियों के रूप में। यह भारतीय क्रिकेट टीम है। विराट और रोहित शानदार फार्म में हैं। धोनी निचले क्रम में बेहतरीन कर रहे हैं। युवराज सिंह और ओपनर शिखर धवन ने भी अपना-अपना योगदान दिया है। बड़े टूर्नामेंट जीतने के लिए आपको किसी एक खिलाड़ी के लिए नहीं बल्कि सात से आठ खिलाड़ियों से उम्दा प्रदर्शन की उम्मीद होती है।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर शास्त्री ने टीम के गेंदबाजी कोच भरत अरुण की भी तारीफ की। उन्होंने कहा, भरत अरुण ने टीम के गेंदबाजी स्तर के सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आपने कहा था कि गेंदबाजी बेहतर नहीं है तो उसका कारण गेंदबाजों का चोटिल होना था। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में रविचंद्रन अश्विन चोटिल थे जबकि फिलहाल मोहम्मद शमी चोटिल चल रहे हैं।
उन्होंने कहा, चोटिल गेंदबाजों की जगह टीम में नए गेंदबाजों को जगह दी गई। मुझे खुशी है कि आशीष नेहरा और जसप्रीत बुमराह ने इस मौके का फायदा दोनों हाथों से उठाया और साथ ही हार्दिक पंड्या ने भी अपने खेल से प्रभावित किया। इसलिए भरत अरुण को इसका श्रेय देना जरूरी है, क्योंकि उनकी मेहनत के बाद गेंदबाजों ने परिणाम दिए हैं और सबसे बेहतर यह है कि टीम के गेंदबाज शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। (वार्ता)