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Last Modified: पर्थ , गुरुवार, 29 जनवरी 2015 (19:07 IST)

विश्व कप से पहले अंतिम एकादश को पहचानना जरूरी : धोनी

विश्व कप से पहले अंतिम एकादश को पहचानना जरूरी : धोनी - Mahendra Singh Dhoni
पर्थ। भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने आज कहा कि विश्व कप से पहले अंतिम एकादश को पहचानने के लिए हर मैच जीतना जरूरी है।
उन्होंने कहा यदि आप दो मैच जीत भी लेते हैं लेकिन विश्व कप के लिए अंतिम एकादश को लेकर निश्चिंत नहीं है तो इससे आपके प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है। यदि सभी फिट हैं तो आपके दिमाग में पहली एकादश का खाका होना चाहिए और हालात को देखते हुए दूसरी एकादश भी पता होनी चाहिए क्योंकि विकेट अलग अलग होंगे। 
 
इंग्लैंड के खिलाफ वाका पर कल होने वाले मैच से पहले उन्होंने कहा आखिर में हमें उन 15 खिलाड़ियों को उतारना हैं जो फिट हैं और फार्म में हैं। त्रिकोणीय एक दिवसीय श्रृंखला में अभी तक एक भी मैच जीतने में नाकाम रही भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में बारिश के कारण ड्रॉ रहे मैच से दो अंक मिले। अब उसे फाइनल में पहुंचने के लिए कल इंग्लैंड को हर हालत में हराना होगा।
 
धोनी ने कहा हमारे लिए हर मैच महत्वपूर्ण है। हमें रन बनाना होगा और विकेट लेने होंगे। पिछले कुछ मैचों में हम ऐसा नहीं कर सके। हमने साझेदारियां बनाई लेकिन उनका फायदा नहीं उठा सके। 
उन्होंने कहा हमें आखिरी 10-12 ओवरों में अच्छी बल्लेबाजी करनी होगी। इंग्लैंड ने पिछले मैच में भारत पर एक बोनस अंक के साथ जीत दर्ज की थी और धोनी का मानना है कि इंग्लैंड को मनोवैज्ञानिक फायदा होगा लेकिन यह नया मैच है। 
 
धोनी ने कहा उन्हें इंग्लैंड में वनडे में भी मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल थी लेकिन हमने अभ्यास सत्रों का पूरा फायदा उठाया। ऐसा नहीं है कि वाका पर गेंद 15 या 20 किलोमीटर और तेजी से आती है। यदि आप 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करेंगे तो वह उसी गति से आएगी लेकिन यहां दूसरी ऑस्ट्रेलियाई विकेटों की तुलना में उछाल अधिक है।
 
पहले मैच में भारत 267 रन बनाने के बाद भी हार गया लेकिन दूसरे मैच में टीम 153 रन पर आउट हो गई। धोनी ने हालांकि अपने बल्लेबाजों का बचाव किया।
 
उन्होंने कहा यदि आप ब्रिसबेन में वनडे विकेट को देखें तो वह टेस्ट विकेट से अलग थी। उसमें उछाल थी लेकिन गति नहीं थी। इसके अलावा वनडे क्रिकेट में बल्लेबाजों के लिए अपने स्ट्रोक्स खेलना जरूरी है। यह जोखिम कई बार अनुकूल रहता है तो कई बार नहीं। 
 
शीषर्क्रम पर रोहित शर्मा की गैर मौजूदगी और शिखर धवन का खराब फार्म चिंता का सबब रहा है लेकिन धोनी ने कहा कि मध्यक्रम को भी अपनी भूमिका निभानी होगी। उन्होंने कहा शीषर्क्रम का फार्म चिंता का सबब नहीं है। हमने मध्यक्रम में भी कई विकेट गंवाए हैं जिससे टीम को अच्छी शुरुआत नहीं मिल सकी है। (भाषा)