श्रीसंथ, अंकित, अजीत पर बैन रहेगा बरकरार : ठाकुर
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव अनुराग ठाकुर ने बुधवार को एक बार फिर स्पष्ट किया कि आईपीएल छह स्पाट फिक्सिंग के आरोपों से बरी हुए शांतकुमारन श्रीसंथ, अजीत चंदीला और अंकित चव्हाण पर बीसीसीआई का आजीवन प्रतिबंध फिलहाल बरकरार रहेगा।
बोर्ड सचिव ठाकुर ने कहा कि फिलहाल तीनों क्रिकेटरों पर से आजीवन प्रतिबंध को नहीं हटाया जाएगा। उन्होंने कहा, मुझे फिलहाल किसी क्रिकेटर पर से प्रतिबंध हटाने को लेकर कोई आधिकारिक अपील नहीं मिली है। यदि ऐसी कोई अपील किसी कि ओर मिलती है तो हम इस पर विचार करेंगे।
दिल्ली की एक अदालत ने आईपीएल छह में राजस्थान रॉयल्स के तीनों खिलाड़ियों पर से स्पाट फिक्सिंग के सभी आरोपों को हटा दिया था। इसी के बाद से श्रीसंथ और अंकित ने अपने-अपने राज्य क्रिकेट संघों से प्रतिबंध हटाने की गुहार लगाई है।
ठाकुर ने साथ ही कहा, आपराधिक मामले से बरी हो जाना और पूरी तरह से आरोपमुक्त हो जाना दो अलग-अलग बातें हैं। आपराधिक प्रक्रिया से छूट जाने का यह अर्थ बिल्कुल नहीं है कि आरोपी निर्दोष साबित हो गया है।
ठाकुर ने कहा, अदालत किसी को भी बिना सबूत सजा नहीं दे सकती है इसलिए उन्हें फिलहाल बरी किया गया है। इससे पहले बीसीसीआई ने जारी एक बयान में कहा था कि अदालत के फैसले के बावजूद बोर्ड अपने फैसले पर अडिग रहेगा।
बोर्ड ने अपनी रिलीज में कहा था, अनुशासनात्मक प्रक्रिया और बीसीसीआई का फैसला पूरी तरह स्वायत्त है और उसका आपराधिक जांच से लेना-देना नहीं है। बोर्ड का फैसला उसकी स्वतंत्र अनुशासनात्मक जांच के बाद लिया गया था और उसमें फिलहाल कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
हालांकि पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज श्रीसंथ ने उम्मीद जताई है कि वह राष्ट्रीय टीम में वापसी को लेकर सकारात्मक हैं। उन्होंने कहा कि वह बीसीसीआई के खिलाफ नहीं जाएंगे क्योंकि वह जो कुछ भी हैं बोर्ड की बदौलत ही हैं। लेकिन उन्हें भरोसा है कि उनकी क्रिकेट में वापसी संभव है।
श्रीसंथ के घरेलू क्रिकेट संघ केरल क्रिकेट संघ (केसीए) ने भी श्रीसंथ का समर्थन किया है और बीसीसीआई से उन पर लगे प्रतिबंध को लेकर अपील करने की बात कही थी। (वार्ता)