सीओएआई मांगे माफी, नहीं तो जाएंगे अदालत : जियो
मुंबई। रिलायंस इंडस्ट्रीज की इस महीने के आरंभ में लांच की गई दूरसंचार इकाई रिलायंस जियो ने भारतीय सेल्यूलर ऑपरेटर संघ (सीओएआई) के महानिदेशक के पिछले दरवाजे से प्रवेश वाले बयान को अपमानजनक बताते हुए माफी की मांग की है। उसने कहा है कि यदि महानिदेशक माफी नहीं मांगते तो वह उनके खिलाफ अदालत जाएगी।
सीओएआई के गत 25 सितंबर को जारी बयान में उसके महानिदेशक राजन एस. मैथ्यूज ने कहा था कि रिलायंस जियो ने पिछले दरवाजे से सेल्यूलर ऑपरेटर के तौर पर प्रवेश किया है। जियो ने बुधवार को जारी विज्ञप्ति में कहा कि यह बयान अपमानजनक है। इसमें कोई तथ्य नहीं है तथा यह उच्चतम न्यायालय के आदेश का भी उल्लंघन है।
कंपनी ने बताया कि उसने मैथ्यूज को नोटिस भेजकर माफी की मांग की है। इसकी प्रति सीओएआई को भी भेजी गई है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि माफी नहीं मांगने की स्थिति में कंपनी पूरे जोरशोर से वैधानिक रास्ता अपनाएगी।
दूसरे ऑपरेटरों द्वारा अंतरसंपर्क प्वाइंट नहीं उपलब्ध कराने तथा कॉल फेल के मामलों को लेकर जियो के मीडिया में जाने तथा दूरसंचार नियामक के पास शिकायत करने के बारे में मैथ्यूज ने कहा था कि ये मामले द्विपक्षीय हैं तथा इसे संघ के अंदर ही सुलझाया जाना चाहिए था।
जियो ने कहा, मैथ्यूज स्वयं भी कई बार द्विपक्षीय मसलों को संघ से बाहर लेकर जाते रहे हैं। उसने आरोप लगाया कि संघ पर कुछ बड़े ऑपरेटरों का कब्जा है तथा इसी रवैए के कारण टाटा टेलीसर्विसेज और रिलायंस कम्यूनिकेशंस सीओएआई की सदस्यता छोड़ चुके हैं।
जियो ने बताया कि उसने 23 सितंबर को एक पत्र लिखकर सीओएआई के नियमों में बदलाव की मांग की है। उसने सलाह दी है कि उच्चतम न्यायालय के तीन सेवानिवृत्त न्यायाधीशों की समिति बनाकर नए सिरे से नियम बनाए जाएं। (वार्ता)