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Last Updated : गुरुवार, 4 फ़रवरी 2016 (16:13 IST)

गूगल सर्च के हेड अमित सिंघल रिटायर्ड

गूगल सर्च के हेड अमित सिंघल रिटायर्ड - Google search head Amit Singhal retires
गूगल सर्च के प्रमुख अमित सिंघल फरवरी के अंत में कंपनी से रिटायर्ड हो रहे हैं। 
 
कंपनी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमित सिंघल ने घोषणा करते हुए कहा कि वे 26 फरवरी को रिटायर्ड हो रहे हैं। उनका स्थान जॉन गिनानड्रिया लेंगे। जॉन आर्टिफिशिअल इंटेलिजेंस एक्सपर्ट माने जाते हैं।

 गूगल की पेरेंट कंपनी  अल्फाबेट इंक ने अपने बयान में कहा, इंटरनेट सर्च बिजनेस के चीफ अमित सिंघल कंपनी छोड़ रहे हैं। अमित पिछले 15 वर्षों से गूगल में काम कर हैं और 26 फरवरी को ऑफिस में उनका आखरी दिन होगा।
 
अमित 2000 से गूगल से जुड़े थे और उन्होंने गूगल के साथ गुजारे 15 साल से अधिक के समय को लाजवाब बताया। अमित सिंघल के रिटायर होने की खबर से गूगल के निवेशकों में हड़कंप मच गया और उसके शेयर के दाम 5 प्रतिशत गिरकर 727 डॉलर प्रति शेयर तक पहुंच गए।
 

गूगल में शामिल होने से पहले अमित एटी एंड टी लैब के टेक्निकल स्टॉफ में थे। सिंघल को उनके बेहतरीन काम के लिए नेशनल अकादमी ऑफ इंजीनियरिंग, द एशियन अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है।

गूगल छोड़ रहे अमित सिंघल ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा, सर्च इंजन अब तक के इतिहास में सबसे बेहतर काम कर रहा है। उन्होंने लिखा कि आने वाले समय में सर्च इंजन और बेहतर होगा। वर्ष 2000 से 2016 के दौरान उन्होंने लाजवाब काम किया और अपने नाम कई रिकॉर्ड किए है।

अगले पन्ने पर... क्या है इस बदलाव की अहम वजह...
 

वर्ष 2010 में गूगल में शामिल होने वाले जॉन गिनानड्रिया अब गूगल सर्च इंजन के प्रमुख होंगे। गिनानड्रिया को पूरी दुनिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए जाना जाता है। उन्होंने गूगल में आने के बाद ऐसी तकनीक को प्रयुक्त किया, जिसके कारण फोटो की पहचान और सर्च करना आसान हो गया है। इस संदर्भ में अहम बात यह है कि दुनिया की दूसरी बड़ी कंपनियां भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को प्रमुखता दे रही हैं। 
 
टेस्ला मोटर्स के सीईओ एलोन मस्क की नियुक्ति या फिर अन्य अधिकारियों की नियुक्त‍ि इसी बात का इशारा करती है। कंपनी ने दिसंबर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर 1 अरब डॉलर खर्च करने की घोषणा की है। पिछले महीने एप्पल ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्टार्टअप एमोइयंट की शुरुआत की है।
 
गूगल का नया आविष्कार बहुत खास होगा और अब यह मोबाइल सर्च का खास टूल बनाएगा। जिस तरह फिलहाल डेस्कटॉप पर गूगल सर्च में सामग्री खोजी जाती है, ठीक उसी तरह से मोबाइल एप की सामग्री खोजने में गूगल मदद करेगा। गूगल को जब पता चला कि विश्व के 10 देशों में डेस्कटॉप सर्च की बजाय मोबाइल सर्च का दायरा बहुत बढ़ गया है तो गूगल ने अपनी पूरी सर्च  टीम को मोबाइल पर सर्च टूल ‘गूगल ऑफ एप्स’ को विकसित करने में लगा दिया है। 
 
इस काम के लिए बनी टीम का नेतृत्व कर रहे हैं अमित सिंघल। गूगल का यह सर्च टूल मोबाइल क्रांति के इस दौर में कम्प्यूटर और वेबसाइट की बजाय फोन और एप्स का सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी होगा। आज हर आदमी कम्प्यूटर की शक्ति को अपनी जेब में रखना पसंद करता है। जेब में रखे कम्प्यूटर की यह ताकत पृथ्वी पर सबसे बड़े डाटा केंद्र के रूप में जुड़ती जा रही है। उन्होंने माना कि मोबाइल पर एप सर्च बहुत तेजी के साथ विस्तार पा रही है और इस काम में गूगल अग्रणी भूमिका निभाएगा।  
 
मोबाइल डिवाइस पर यूजर जब भी किसी एप से जुड़ा होगा और अपने विषय से संबंधित सामग्री के लिए सहयोग की जरूरत महसूस करेगा, 'गूगल ऑफ एप्स'  वहां तुरंत हाजिर हो जाएगा। सिर्फ एक टेप के साथ वहां कई विकल्प देगा। गूगल के सर्च प्रमुख ने कहा कि इस प्लेटफार्म की वर्तमान में सबसे ज्यादा जरूरत महसूस की जा रही है।
 
गूगल ऑफ एप्स की विशेषताएं निम्नलिखित होंगी। 
 
1. इसकी स्क्रीन बहुत छोटा होगी लेकिन बातचीत करने के लिए कुछ भी सोचते वक्त फोन को बतौर सर्च टूल तुरंत इस्तेमाल संभव करना संभव होगा। 
 
2. पहले इस पर टाइपिंग कठिन रही है, लेकिन अब लोग इसका इस्तेमाल करने में परेशानी महसूस नहीं करते, यह सुविधा कई भाषाओं में उपलब्ध है। 
 
3. यह डिवाइस हर वक्त इंसान के साथ मौजूद रहती है, इस कारण कहीं भी सूचना ढूंढने में इसका उपयोग हो सकता है।
 
4. दुनिया में यूजर टाइम का 85 प्रतिशत मोबाइल एप पर बिताया जाता है, कोई भी इस पर लाइव बना रह सकता है।
 
लोग डेस्कटॉप और लैपटॉप कंप्यूटरों से दूर हो रहे हैं। कुछ ई-कॉमर्स कंपनियां तो यही मानती हैं जो निकट भव‍िष्य में वे अपने कारोबार को सिर्फ मोबाइल प्लेटफॉर्म तक सीमित कर लेंगी। गूगल के इतिहास में पहली बार मोबाइल गैजेट्स के जरिए होने वाली सर्च पर्सनल कंप्यूटरों से ज्यादा हो गई है। मई में गूगल ने घोषणा की थी कि विश्व के दस देशों में मोबाइल के जरिए होने वाली सर्च डेस्कटॉप कंप्यूटरों के आंकड़े को पीछे छोड़ चुकी है। 
 
समूचे वैश्विक स्तर पर यह बदलाव एक संकेत करता है। गूगल के मुताबिक इन सभी में से बहुत सारी युक्तियां ऐसी हैं जो स्क्रीन पर टाइपिंग करने की बजाय ध्वनि के जरिए संभव हुई हैं। आपको विदित होगा कि गूगल ने मोबाइल फोन पर बोलकर लिखने की सुविधा उपलब्ध करा दी है। 
 
पिछले दिनों जहां माइक्रोसॉफ्ट का पहला लैपटॉप लांच किए जाने की बात कही गई वहीं दूसरी तरफ प्रतिद्वंदी कंपनी एप्पल से खबर है कि उसके मैकिन्टोश कंप्यूटरों की विक्री पिछले दो साल में सबसे निचले स्तर पर आ गई है। आईडीसी की खबर के मुताबिक एप्पल मैकिन्टोश की बिक्री 3.4 फीसदी घटी है। हालांकि यह डेस्कटॉप कंप्यूटरों की समग्र बिक्री में (11 प्रतिशत) से काफी कम है लेकिन एप्पल के उत्पादों की बिक्री घटने लगे, वह अपने आप में बड़ी खबर होती है। 
 
यू-ट्यूब और फेसबुक का मुकाबला :टेक खबरों के अलावा फेसबुक जिस दूसरी तकनीक पर खासा ध्यान दे रहा है, वह है वीडियो तकनीक। फेसबुक पर वीडियो पोस्ट देखने वाले लोगों की संख्या जिस अंदाज में बढ़ रही है, उसने यू-ट्यूब की नींद हराम कर दी है। अब खबर है कि फेसबुक आपके प्रोफाइल पेज पर बाकायदा एक नया टैब जोड़ने जा रहा है जो पूरी तरह से वीडियो को समर्पित होगा। बहुत संभव है कि जिस तरह आपको अपने मित्रों की न्यूजफीड दिखाई जाती है, उसी तरह अलग-अलग स्रोतो से जुटाए गए वीडियोज भी सिलसिलेवार ढंग से देखने को मिल सकते हैं। फेसबुक इन वीडियो को कंप्यूटर या स्मार्टफोन में सहेजने के लिए सेव बटन भी दे सकता है। टेक परिवर्तनों की इस दौड़ में गूगल आगे निकलने के लिए कुछ नया चमत्कारी करने जा रहा है।