बाल कविता : सफलता का टिकट
बिल्ली बोली कुत्ता भैया,ट्यूशन मुझे पढ़ा दो। गणित बहुत कमजोर हमारी,पेपर आउट करा दो।कुत्ता बोला हम कुत्ते हैं,करते नहीं घोटाला।नहीं करेंगे व्यापम जैसी,हंडी में मुंह काला।टिकट सफलता का तो श्रम की,खिड़की से ही मिलता।खाद और पानी पाकर ही,फूल चमन में खिलता।करो पढ़ाई ध्यान लगाकर,गणित सुधर जाएगी।यही गणित कक्षा में तुमको,नंबर वन लाएगी।