नववर्ष आगमन पर कविता : स्वागत को तैयार रहो...
स्वागत को तैयार रहो तुम,
मैं जल्द ही आने वाला हूं।
बारह महीने साथ रहूंगा,
खुशियां भी लाने वाला हूं।
कुछ लोगों की शादी होगी,
कुछ के बच्चे हो जाएंगे।
कुछ लोगों को नौकरी मिलेगी।
कुछ फोकट में समय गवाएंगे।
किसकी किस्मत कब कहां खुलेगी,
मैं जल्द बताने वाला हूं।
स्वागत को तैयार रहो तुम,
मैं जल्द ही आने वाला हूं।
ठंड पड़ेगी गर्मी आएगी,
ऋतुएं उधम मचाएंगी।
हरियाली से सजेगी धरती,
कोयल गीत सुनाएगी।
मन जंगल में मोर नाचेंगे,
मैं नूतन वर्ष निराला हूं।
स्वागत को तैयार रहो तुम,
मैं जल्द ही आने वाला हूं।