बाल गीत : चिड़िया रानी...
छत की चिड़िया रानी
शुद्ध हवा कितनी प्यारी है,
प्यारा-प्यारा पानी है।
प्यारे-प्यारे दादा-दादी,
प्यारे-प्यारे नाना-नानी हैं।
सागर-झरने-नदियां-पर्वत,
लगते कितने प्यारे हैं।
हरे-भरे तरुवर प्यारे हैं,
प्यारे नदी किनारे हैं।
प्यारे-प्यारे महल-अटारी,
प्यारे छप्पर छानी है।
मैना कितनी प्यारी-प्यारी,
तोते कितने प्यारे हैं।
सोनचिरैया, मोर-मोरनी,
कोयल सबसे न्यारी है।
पर सबसे प्यारी होती है,
छत की चिड़िया रानी है।
बगिया कितनी प्यारी-प्यारी,
गेंदा कितने प्यारे हैं।
चंपा-लिली-गुलाब-चमेली,
सब आंखों के तारे हैं।
भंवरों की गुन-गुन सुन,
तितली करती क्यों शैतानी है।