बाल कविता : हम बच्चे हिन्दुस्तान के...
हम बच्चे हिन्दुस्तान के,
कुछ ऐसा कर दिखलाएंगे।
सारी दुनिया में प्यारा तिरंगा,
भारतवर्ष का लहराएंगे।
राम-कृष्ण के संदेशों को,
जन-जन तक पहुंचाएंगे।
सत्य, अहिंसा और धर्म के,
गीतों को मधुर स्वरों में गाएंगे।
हम बच्चे हिन्दुस्तान के,
कुछ ऐसा कर दिखलाएंगे।
शांति, सहिष्णुता, विश्व-बंधुत्व की,
नई इबारत लिख जाएंगे।
जो वर्षों से बैठे हैं अंधेरे में,
उनके जीवन में उजियारा बनकर आएंगे।
दलित, शोषित और असहाय जनों के,
जीवन के संबल बन जाएंगे।
हम बच्चे हिन्दुस्तान के,
कुछ ऐसा कर दिखलाएंगे।
रामराज्य के सपनों को,
पूरा करके दिखलाएंगे।
दैहिक, दैविक भौतिक ताप से,
दुनिया को निजात दिलाएंगे।
भेदभाव और रंगेभद को,
दुनिया से मिटाएंगे।
हम बच्चे हिन्दुस्तान के,
कुछ ऐसा कर दिखलाएंगे।
गांधीजी के अहिंसा के संदेश को,
सारी दुनिया में फैलाएंगे।