मंगलवार, 23 अप्रैल 2024
Choose your language
हिन्दी
English
தமிழ்
मराठी
తెలుగు
മലയാളം
ಕನ್ನಡ
ગુજરાતી
Follow us
समाचार
मुख्य ख़बरें
राष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय
प्रादेशिक
मध्यप्रदेश
काम की बात
ऑटो मोबाइल
उत्तर प्रदेश
क्राइम
फैक्ट चेक
क्रिकेट
व्यापार
मोबाइल मेनिया
हनुमान जयंती
एकादशी
श्री कृष्णा
रामायण
महाभारत
व्रत-त्योहार
धर्म-दर्शन
श्रीरामचरितमानस
लोकसभा चुनाव
समाचार
स्पेशल स्टोरीज
रोचक तथ्य
लोकसभा चुनाव इतिहास
चर्चित लोकसभा क्षेत्र
भारत के प्रधानमंत्री
IPL 2024
IPL टीम प्रीव्यू
अन्य खेल
स्कोरकार्ड
शेड्यूल
बॉलीवुड
बॉलीवुड न्यूज़
वेब स्टोरी
मूवी रिव्यू
आलेख
खुल जा सिम सिम
आने वाली फिल्म
बॉलीवुड फोकस
सलमान खान
सनी लियोन
टीवी
मुलाकात
ज्योतिष
दैनिक राशिफल
आज का जन्मदिन
आज का मुहूर्त
राशियां
लाल किताब
वास्तु-फेंगशुई
टैरो भविष्यवाणी
पत्रिका मिलान
जन्मकुंडली
रामशलाका
चौघड़िया
आलेख
नवग्रह
रत्न विज्ञान
श्रीरामचरितमानस
लाइफ स्टाइल
वीमेन कॉर्नर
सेहत
योग
NRI
रेसिपी
नन्ही दुनिया
साहित्य
रोमांस
धर्म संग्रह
समाचार
मुख्य ख़बरें
राष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय
प्रादेशिक
मध्यप्रदेश
काम की बात
ऑटो मोबाइल
उत्तर प्रदेश
क्राइम
फैक्ट चेक
क्रिकेट
व्यापार
मोबाइल मेनिया
हनुमान जयंती
एकादशी
श्री कृष्णा
रामायण
महाभारत
व्रत-त्योहार
धर्म-दर्शन
श्रीरामचरितमानस
लोकसभा चुनाव
समाचार
स्पेशल स्टोरीज
रोचक तथ्य
लोकसभा चुनाव इतिहास
चर्चित लोकसभा क्षेत्र
भारत के प्रधानमंत्री
IPL 2024
IPL टीम प्रीव्यू
अन्य खेल
स्कोरकार्ड
शेड्यूल
बॉलीवुड
बॉलीवुड न्यूज़
वेब स्टोरी
मूवी रिव्यू
आलेख
खुल जा सिम सिम
आने वाली फिल्म
बॉलीवुड फोकस
सलमान खान
सनी लियोन
टीवी
मुलाकात
ज्योतिष
दैनिक राशिफल
आज का जन्मदिन
आज का मुहूर्त
राशियां
लाल किताब
वास्तु-फेंगशुई
टैरो भविष्यवाणी
पत्रिका मिलान
जन्मकुंडली
रामशलाका
चौघड़िया
आलेख
नवग्रह
रत्न विज्ञान
श्रीरामचरितमानस
लाइफ स्टाइल
वीमेन कॉर्नर
सेहत
योग
NRI
रेसिपी
नन्ही दुनिया
साहित्य
रोमांस
×
Close
लाइफ स्टाइल
नन्ही दुनिया
कविता
Child Poem in Hindi
Written By
प्रभुदयाल श्रीवास्तव
बाल कविता : बड़ों की शिक्षा
पहले जरा हाथ तो धो लो,
साथ लाए जो डिब्बा खोलो।
रखा है उसमें पूड़ी-अचार,
मिला है जिसमें मां का प्यार।
मित्रों को भी साथ बुला लो,
मिल-जुलकर सब खाना खा लो।
हिल-मिलकर रहना अच्छा,
यही बड़ों ने दी शिक्षा।
हमारे साथ WhatsApp पर जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें
हमारे साथ Telegram पर जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें
वेबदुनिया पर पढ़ें :
समाचार
बॉलीवुड
ज्योतिष
लाइफ स्टाइल
धर्म-संसार
महाभारत के किस्से
रामायण की कहानियां
रोचक और रोमांचक
जरुर पढ़ें
गर्मियों में पहनने के लिए बेहतरीन हैं ये 5 फैब्रिक, जानें इनके फायदे
कॉटन से लेकर सिल्क तक, गर्मियों में पहनना चाहिए ये फैब्रिक
तरबूज काटकर रख देते हैं फ्रिज में तो बन सकता है जहर!
फ्रिज में इस तरह रखते हैं तरबूज तो सेहत को हो सकता है नुकसान
Sunglasses लेते समय इन 5 बातों का रखें ध्यान, आंखों को धूप से बचाएंगे इस तरह के चश्मे
सनग्लासेस के लेंस के रंग से लेकर साइज तक ज़रूरी हैं ये बातें, खरीदते समय रखें इन बातों का ध्यान
जल्दी गल जाता है केला तो अपनाएं ये 5 आसान टिप्स
गले हुए केला का ऐसे करें इस्तेमाल, केला स्टोर करने के आसान तरीके जानें
ज्यादा मीठा खाने से डायबिटीज के अलावा भी होती हैं ये 7 बीमारियां
मीठा खाना है पसंद तो जान लें इससे होने वाली गंभीर बीमारियों के बारे में
वीडियो
और भी वीडियो देखें
नवीनतम
23 अप्रैल : वर्ल्ड बुक एंड कॉपीराइट डे आज, जानें इतिहास और 2024 की थीम
World Book and Copyright Day 2024 : हर साल 23 अप्रैल को विश्व पुस्तक एवं कॉपीराइट दिवस मनाया जाता है। आपको बता दें कि बुक एंड कॉपीराइट डे 'इन्हेन्स बुक रीडिंग हैबिट्स' के एकमात्र महत्वपूर्ण उद्देश्य से प्रेरित है। इसके माध्यम से विशेषकर बच्चों को किताबें पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है।
क्या दुनिया का कोई देश वैसा धर्मनिरपेक्ष है, जैसी भारत से अपेक्षा की जाती है?
What is Secularism: चुनावों के समय ही नहीं, हर गाहे-बगाहे बहस छिड़ जाती है कि भारत कितना धर्मनिरपेक्ष है? धर्मनिरपेक्ष है भी या नहीं? लोग भूल जाते हैं कि भारत में ‘धर्म’ और ‘धर्मनिरपेक्षता’ का अर्थ ठीक वही नहीं हो सकता, जो लैटिन भाषा से निकले अंग्रेज़ी शब्दों ‘रिलिजन’ और ‘सेक्युलर’ का है। इसे समझने के लिए हमें भारत के और ‘सेक्युलर’ शब्द के इतिहास में जाना होगा।
विश्व पृथ्वी दिवस पर इसके संरक्षण का लें संकल्प :गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर
World Earth Day 2024 : हमारा शरीर पृथ्वी, अग्नि, जल, वायु और आकाश इन पञ्चभूतों से बना है। पंचभूतों में प्रथम स्थान पृथ्वी तत्व का है। संस्कृत में संपूर्ण विश्व को प्रपंच कहा जाता है। यह संपूर्ण संसार कुछ इस तरह से बना है कि ईश्वर, पृथ्वी तत्व में सर्वाधिक प्रधानता से उपस्थित हैं।
सियाह रात के सोनहला भोर होला आ गिरमिटिया एकर बेहतरीन उदाहरण बा :मनोज भावुक
आज पटना के रवीन्द्र भवन में साहित्य और संगीत से शाम सजी। बिहार की मिट्टी हमेशा अपने श्रम और प्रतिभा के लिए मशहूर रही है और इसी का उत्सव मनाने के लिए उपस्थित रहे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मशहूर सरनामी गायक राज मोहन, फ़िल्मफ़ेयर और फेमिना द्वारा सम्मानित साहित्यकार और भोजपुरी सिनेमा के इतिहासकार मनोज भावुक। साहित्यकार और कला समीक्षक डॉ. कुमार विमलेन्दु सिंह।
ग्लोइंग स्किन के लिए चेहरे पर लगाएं चंदन और मुल्तानी मिट्टी का उबटन
Chandan Powder And Multani Mitti: चंदन और मुल्तानी मिट्टी का उबटन सदियों से भारतीय महिलाओं द्वारा जवां और दमकती त्वचा पाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक पारंपरिक नुस्खा है। इन दोनों प्राकृतिक अवयवों में त्वचा के लिए अद्भुत लाभकारी गुण होते हैं, जो इसे सभी प्रकार की त्वचा के लिए एक आदर्श उपचार बनाते हैं।