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Last Updated : सोमवार, 20 जुलाई 2015 (18:39 IST)

क्या बेवफा बना रहा है इंटरनेट

क्या बेवफा बना रहा है इंटरनेट - Internet, Infidelity, Extra martial affair
आजकल विवाहतेर संबंध (एक्स्ट्रामार्शियल अफेयर) कुछ ज्यादा आम हो गए हैं। लेकिन क्या है, जो इन संबंधों को उकसा रहा है? क्या अब हमारी सामाजिक मान्यताएं बदल गई हैं या इसका कारण कुछ और है।
हालांकि ये कोई नई बात नहीं है, जब पति या पत्नी में से किसी एक के विवाह के बाहर किसी और से  संबंध बन जाते हैं। यह आज से नहीं सदियों से चला आ रहा है।
 
लेकिन पिछले सालों में इसका प्रतिशत द्रुत गति से बढ़ा है। साइकोलॉजिस्ट कहते हैं कि पिछले सालों में  पुरुषों और स्त्रियों के बीच विवाहेतर संबंधों के बाहर संबंध बनाने की चाहत ज्यादा बढ़ी है।
 
यह इसलिए है, क्योंकि आजकल हर कोई शारीरिक व भावनात्मक शांति की खोज में उलझा हुआ है और  इसके चलते भारत में खूब वैवाहिक संबंध टूट रहे हैं। 
 
एक साइकोलॉजिस्ट कहती हैं कि इन संबंधों का सबसे बड़ा कारण है दो भिन्न सेक्सों (स्त्री व पुरुष) के  बीच में बातों का ज्यादा होना। आमतौर पर जहां स्त्रियां काम करती हैं वहां अपने पुरुष साथियों से बातें  करती हैं और सार्वजनिक जगहों पर भी बातें करती हैं।
 
हाल के सालों में इसका प्रचलन ज्यादा बढ़ा है। साथ ही आज महिलाएं ज्यादा खुलेपन से अपनी बातें  रखती हैं और जब उन्हें शारीरिक और भावनात्मक समर्थन की जरूरत होती है तो वे बेझिझक बोल देती  हैं।
 
साइकोलॉजिस्ट ने हाल ही में समाज में हो रहे परिवर्तन के बारे में बात करते हुए कहा कि आजकल के  वैवाहिक संबंधों में लोग विविधताओं को ढूंढते हैं। जब उन्हें ये विविधताएं नहीं मिलती तो वे दूसरे लोगों  को खोजने लगते हैं और वे इसकी कमी दूसरों के साथ समय गुजारकर पूरी कर लेते हैं, जो उनके  वैवाहिक संबंध में छूट रहा होता है।
 
उदाहरण के मुताबिक एक पुरुष अगर सोचता है कि उसकी पत्नी का व्यवहार उसके प्रति सही नहीं है तो  ये संभावनाएं बढ़ जाती हैं कि वह ऐसी किसी महिला सहकर्मी के करीब आ जाएगा जिसके साथ उसकी  खूब बनती है। इस सबके बावजूद वह एक अच्छी शादीशुदा जिंदगी जी सकता है। 
 
साइकोलॉजिस्ट ने बताया कि वे 8 से 10 घंटे एकसाथ एक दफ्तर में बिताते हैं। इसके चलते उनके बीच  एक भावनात्मक रिश्ता जुड़ जाता है। डिजिटल संसार इस संबंध में उनकी और मदद करता है, जैसे कि वे  अपने घर पहुंचने के बावजूद व्हाट्सएप या फेसबुक पर लगातार बातें करते रहते हैं। इसके बाद में उन्हें  पता ही नहीं चलता कि उन्होंने कब अपनी सीमा पार कर ली और शारीरिक संबंध बन गए। 
 
साइकोलॉजिस्ट ने बताया कि जब कोई इंसान अपने अपोजिट सेक्स वाले के साथ लगातार संपर्क में रहता  है और अपनी जिंदगी में होने वाली हर घटना को उसके साथ साझा करता है तो यह भावनात्मक बेवफाई  को जन्म देती है। पिछले सालों में स्मार्टफोन और मैसेजिंग एप के प्रचलन से तो यह और भी होने लगा  है। 
 
एक काउंसलर ने एक ऐसी महिला के केस के बारे में भी बताया जिसने 5 पुरुषों के साथ अपने संबंध  बनाए थे। जब इस बात का खुलासा हुआ तो महिला ने अपने दोष को अपने पति के ऊपर मढ़ते हुए कहा  कि वह अपने पति की इच्छाओं को बेड पर पूरा नहीं कर पा रही थी। इस बात को सिद्ध करने के लिए  उसने कई लोगों के साथ संबंध बनाए। 
 
आज के इंटरनेट के युग में विवाहतेर संबंध एक बड़ी समस्या के रूप में उभरे हैं। साथ ही खुले विचारों  को इंटरनेट ने हवा भी दी है। लेकिन इन संबंधों से अपने वैवाहिक जीवन को कैसे बचाया जाए? इस पर  गहन विचार की जरूरत है।