गुरुवार, 25 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. आईटी
  3. लर्निंग जोन
  4. Facebook, e-learning, students, homework, social media
Written By
Last Updated : मंगलवार, 30 जून 2015 (10:48 IST)

अब फेसबुक बना पढ़ाई का अड्डा

अब फेसबुक बना पढ़ाई का अड्डा - Facebook, e-learning, students, homework, social media
आज का दौर सोशल मीडिया का दौर है। लोगों की जिंदगी का एक अहम भाग अब सोशल मीडिया पर गुजर रहा है। वर्चुअल फ्रेंड और वर्चुअल रिलेशनशिप अब आम से हो गए हैं। सोशल मीडिया बड़े से लेकर बूढ़ों तक सबके के लिए महत्वपूर्ण हो चला है।
और तो और अब स्टूडेंट्स अपने स्कूल के होमवर्क के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं। हाल ही में टाटा कंसलटेंसी के द्वारा किए गए एक सर्वे के मुताबिक मुंबई के 52.9 प्रतिशत छात्र अपने होमवर्क के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं।
 
इस अध्य्यन में 14 शहरों के 12,365 विद्यार्थियों को सम्मिलित किया गया, जो कक्षा 8वीं से लेकर 12वीं कक्षा के विद्यार्थी थे। इस क्रम में हैदराबाद दूसरे नंबर पर रहा जहां 52 प्रतिशत स्टूडेंट्स सोशल मीडिया का इस्तेमाल होमवर्क करने के लिए करते हैं।    
 
इंटरनेट के माध्यम से होमवर्क पूरा करने का ट्रेंड भारत में खूब प्रचलित हो रहा है। स्टूडेंट्स ज्यादातर विकीपीडिया, न्यूज वेबसाइट और फेसबुक का इस्तेमाल अपने होम वर्क को पूरा करने में करते हैं।
 
सर्वे के दौरान इंदौर शहर के 84.2 प्रतिशत स्टूडेंट्स ने बताया कि वे इंटरनेट का इस्तेमाल होम वर्क पूरा करने में करते हैं। वहीं 12.3 प्रतिशत ने कहा कि वे नहीं करते। उल्लेखनीय है कि इंदौर शहरों के इस क्रम में 51.7 प्रतिशत के साथ 3रे स्थान पर है।
 
सर्वे के मुताबिक इंदौर के 65 प्रतिशत स्टूडेंट्स अपने असाइनमेंट को पूरा करने के लिए विकीपीडिया का सहारा लेते हैं। वहीं 53.2 प्रतिशत स्टूडेंट्स पीडीएफ का इस्तेमाल करते हैं।
 
44.2 प्रतिशत स्टूडेंट्स अपने विषय से संबंधित ऑनलाइन वीडियो देखकर, 34 प्रतिशत ई-बुक्स देखकर, 28.6 प्रतिशत ऑनलाइन ट्यूटोरियल्स से व 21.4 प्रतिशत ग्रुप में चैट करते हुए, अपने होमवर्क को पूरा करते हैं।
 
इस तरह से आज की पीढ़ी अपने कार्य के लिए इंटरनेट पर कुछ ज्यादा ही सक्रिय दिखाई देती है। एसोचैम के सर्वे के मुताबिक देश में 8-13 साल के करीब 73% बच्चे इंटरनेट पर सक्रिय हैं। शहरी इलाकों में 13 साल तक के 3 करोड़ बच्चों के पास अपना मोबाइल है।
 
जबकि 1 करोड़ बच्चे मोबाइल को परिवार के साथ इस्तेमाल करते हैं। 5-17 तक के बच्चे सोशल मीडिया पर रोज औसतन 3.4 घंटे गुजारते हैं, साथ ही औसतन 4 घंटे टीवी देखते हैं।