गुरुवार, 25 अप्रैल 2024
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Written By भाषा

संघर्ष विराम टूटा, इसराइल ने ली 160 की जान

संघर्ष विराम टूटा, इसराइल ने ली 160 की जान -
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गाजा/यरूशलम। गाजा और इसराइल के बीच 72 घंटे का संघर्ष विराम शुरू होने के कुछ ही देर बाद टूट गया तथा इसराइल की भारी गोलाबारी में हमास शासित गाजा में कम से कम 160 लोग मारे गए जबकि फिलिस्तीन आतंकवादी संगठनों के हमले में उसके दो सैनिकों की भी मौत हो गई तथा एक अन्य का अपहरण होने की आशंका है।

मानवीय संघर्ष विराम शुक्रवार सुबह शुरू होने के दो घंटे बाद ही टूट गया। गाजा पट्टी में इसराइल और फिलीस्तिीनी आतंकवादी संगठनों के बीच तीन सप्ताह से भी अधिक दिनों से जारी संघर्ष की समाप्ति के लिए अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता से संघर्षविराम हुआ था।

फिलीस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार सुबह से दक्षिण रफा में इसराइल की भारी गोलाबारी में कम से कम 160 लोग मारे गए जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल हुए। इसके साथ ही संघर्ष में अब तक 1509 फिलीस्तीनियों ने अपनी जान गंवाई है जिनमें ज्यादातर नागरिक हैं। इन हमलों में 7000 से अधिक लोग घायल हुए।

गाजा पर इसराइली हमले में 1509 लोगों की मौत का आंकड़ा वर्ष 2008-09 में ऑपरेश्न कास्ट लीड में मारे गए लोगों की संख्या से ज्यादा है। इसराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि एक बार फिर गाजा में हमास और आतंकवादी संगठनों ने संघर्ष विराम तोड़ा जबकि उन्होंने संघर्ष विराम के लिए स्वीकृति दी थी। उन्होंने अमेरिकी विदेश मंत्री और संयुक्त राष्ट्र महासचिव के सामने संघषर्विराम तोड़ा। इसराइली चैनल 10 ने खबर दी कि एशकोल रिजनल काउंसिल इलाके में आज सुबह दो कोड रेड सायरन बजे। एक खुले क्षेत्र में दो रॉकेट गिरे।

संघर्ष विराम की घोषणा नई दिल्ली में जारी एक बयान में की गई थी जहां अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी यात्रा पर हैं। संयुक्त राष्ट्र के पश्चिम एशिया शांति के विशेष संयोजक रॉबर्ट सैरी ने एक बयान में कहा कि इसराइल ने शुक्रवार सुबह रफा इलाके में आईडीएफ (सेना) लाइन से पहले सुरंग से जुड़ी एक गंभीर घटना की खबर दी। यदि पुष्टि होती है तो यह मानवीय संघर्ष विराम का गंभीर उल्लंघन है और उसकी कड़ी निंदा होनी चाहिए।

अस्थायी संघर्ष विराम तड़के प्रभाव में आया। इससे पहले इस्राइल अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र के संयुक्त प्रस्ताव पर राजी हुआ जिन्होंने उसकी अहम मांग पर गौर किया। इसराइल मांग करता रहा है कि संघर्ष विराम सौदे में यह शर्त हो कि उसके सैनिकों को 72 घंटे के संघषर्विराम के दौरान गाजा में रहने की अनुमति हो ताकि वे सुरंगों का पता लगा सकें और उन्हें नष्ट कर सकें। इस्राइल के अनुसार इन सुरंगों से आतंकवादी उसकी सीमा में दाखिल हो जाते हैं। (भाषा)