इनकी दास्तान भी कम रोचक नहीं है... पढ़ें अगले पेज पर...
ये अपने लिंग की वजह से जेल जाने से बचे... पढ़ें क्यों, अगले पेज पर....
एक जर्मन अपराधी का किस्सा तो और भी रोचक है। एक जर्मन मॉरिस बोमैन को ब्रिटिश सेना के गैरिजन टाउन, बाइलफील्ड, में सैनिकों के घरों में सैंध मारने के आरोप में पकड़ा गया था। मॉरिस को एक साल कैद की सजा सुनाई गई, लेकिन उसे जेल में नहीं रखा गया। उसका लिंग हमेशा ही (स्थायी रूप से) उत्तेजित अवस्था में रहता था। जब उसका इलाज किया गया तब भी उसका लिंग आधा ही झुकाया जा सका और वह भी तब लगातार 90 मिनट तक उसके लिंग में सुइयां चुभोई गईं। कोर्ट ने फैसला सुनाया कि वह जेल से बाहर रह सकता है क्योंकि उसकी समस्या का कोई इलाज नहीं था।
शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले हत्यारे ईथन कोच ने पिछले वर्ष एक मां और बेटी, होली और शेल्बी बॉयल्स, को कुचलकर मार दिया था। लेकिन सोलह वर्षीय ईथन को जेल में नहीं डाला जा सका क्योंकि उसके वकील का कहना था कि उसके इस गैर जिम्मेदाराना व्यवहार के लिए उसका 'एफ्ल्यूंजा' (बहुत अमीर) होना है। उसकी परवरिश बहुत ही सम्पन्न परिवार में हुई थी। कोच को जेल में नहीं रखा गया और उसे 10 वर्ष तक निगरानी में रखने का आदेश दिया गया।
इस मामले में नाथन कैसिडी का मामला और भी विचित्र है। नाथन पर पिछले 29 आपराधिक मामलों में से 14 में सजा सुनाई गई थी, लेकिन इस बार नाथन को निश्चित तौर पर जेल जाना था।
इस बार उसे सेंधमारी के मामले में पकड़ा गया था और वह भी तब जबकि वह डकैती और चोरी की गई वस्तुओं की खरीद-फरोख्त के मामले में विलम्बित सजा (सस्पेंडिड सेंटेंस) काट रहा था। लेकिन 2011 में कैसिटी के वकीलों ने जज से कहा कि वह किसी भी तरह की गंदगी में रहने का आदी नहीं है और जेल में गंदगी होने पर वह गंभीर रूप से बीमार हो सकता है।
छह बच्चों की मां क्यों नहीं गई जेल.... पढ़ें अगले पेज पर....
वकीलों का कहना था कि उसकी ऐसी ही बहुत सी मनोवैज्ञानिक समस्याएं हैं और किसी सामान्य कैदी की तुलना में इसका उसके दिमाग पर बहुत बुरा असर होगा। नतीजतन, जहां कैसिडी के बाकी साथी जेल में रहे वहीं कैसिडी को फिर से सस्पेंडिड सजा सुनाई गई।
ऐसा ही कुछ मामला छह बच्चों की मां करेन मैक्कोनल-स्कॉट का है। रीडिंग की रहने वाली करेन पर आरोप था कि उन्होंने 2012 में अपने पूर्व पति के फ्लैट में सैंधमारी के लिए दो गुंडों की सेवाएं ली थीं। जज का कहना था कि इस अपराध के लिए उन्हें जेल में होना चाहिए।
लेकिन, जज ने उन्हें जेल में नहीं रखा क्योंकि उनका मानना था कि करेन को जेल में रखने और उनके छह बच्चों को सरकारी देखरेख में रखने की लागत बहुत अधिक आएगी जो कि टैक्स देने वालों के साथ अन्याय होगा। इसलिए जज स्टीफन जॉन ने उन्हें जेल से बाहर रखने का फैसला सुनाया।