शुक्रवार, 29 मार्च 2024
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Written By सुधीर शर्मा

जानिए दुनिया के मुकाबले कितना कमाते हैं हम

जानिए दुनिया के मुकाबले कितना कमाते हैं हम - top ten countries with highest minimum wages
किसी भी देश में रहने वाले व्यक्ति की जीवन की संतुष्टि उसकी आय से मानी जाती है। व्यक्ति के भरण-पोषण को देखते  हुए सरकार देश के हर नागरिक जो काम करता है, उसकी न्यूनतम मजदूरी या कहें आय निर्धा‍रित करती है। सरकार देश में काम करने वाले हर व्यक्ति के लिए कार्य करने के घंटे भी तय करती है। कार्यक्षेत्र के अनुसार कार्य कार्य करने के घंटे अलग-अलग हो सकते हैं। 
इन देशों में मिलती है सबसे कम न्यूनतम मजदूरी... 

 
दुनिया के अन्य देशों की तुलना में भारत में न्यूनतम मजदूरी की दर बहुत कम है। ऑस्ट्रेलिया जैसे देश में प्रतिघंटे न्यूनतम मजदूरी करीब भारतीय रुपए में करीब 1080 है जबकि भारत की बात की जाए तो यह 28 रुपए प्रति घंटे है। भारत सरकार के श्रम मंत्रालय ने न्यूनतम मजदूरी के निर्धारण उनके कार्य के मुताबिक भी‍ किया है। जैसे शारीरिक श्रम, मानसिक श्रम और शारीरिक और मानसिक कार्य का अलग-अलग निर्धारण किया गया है। 
 
हाल ही में लास एंजिल्स में न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने के लिए वोटिंग की गई। वर्ष 2020 से यहां पर न्यूनतम मजदूरी  प्रतिघंटे के हिसाब से 9 डॉलर (भारतीय रुपए में करीब 575) से बढ़ाकर 15 डॉलर (भारतीय रुपए में करीब 960) करने का प्रस्ताव किया गया है। यह तो हुई लांस एंजिल्स में एक व्यक्ति की प्रतिघंटे की आय जबकि भारत में दिनभर (8 घंटे) की मजदूरी भी इतनी नहीं होती है। इस हिसाब से भारत न्यूनतम मजदूरी में इन देशों से बहुत पीछे है। श्रम मंत्रालय के एक नोटिफिकेशन के अनुसार भारत में न्यूनतम मजदूरी 228 रुपए प्रतिदिन है यानी अगर एक घंटे की मजदूरी की बात की जाए यह 28 रुपए है।
अगले पन्ने पर, अच्छे नहीं हैं दुनिया के हाल...
 

दुनियाभर में बुरे हैं कामगारों के हाल : दुनियाभर में न्यूनतम मजदूरी को लेकर संघर्ष जारी है। इन देशों में अमेरिका भी शामिल है। दुनिया कई देश जहां  न्यूनतम मजदूरी का कानून लागू होता है, वहां के लोगों को अच्छी न्यूनतम मजदूरी मिलती है। सोमालिया, किर्गिस्तान, उत्तरी कोरिया जैसे देशों में न्यूनतम मजदूरी के लिए कोई कानून ही नहीं है, जबकि ऑस्ट्रेलिया और लक्जमबर्ग न्यूनम मजदूरी देने के मामले में अच्छे देश माने जाते हैं।
 
इकोनॉमिक कॉर्पोरेशन और डेवलपमेंट संस्था के अनुसार टैक्स कटने के बाद इन देशों में 9.54 से लेकर 9.24 डॉलर प्रतिघंटे तक न्यूनतम मजदूरी दी जाती है। इकोनॉमिक कॉर्पोरेशन और डेवलपमेंट संस्था द्वारा दुनिया के 34 देशों में न्यूनतम मजदूरी को लेकर लिस्ट जारी की गई है। इस लिस्ट में अमेरिका 11वें स्थान पर आता है जहां न्यूनतम मजदूरी 6.26 डॉलर है। सबसे न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने के मामले में लांस एंजिल्स बड़ा शहर बन गया। 

मनरेगा के हाल :  भारत में अगर न्यूनतम मजदूरी की बात  की जाए तो यहां प्रदेशों में न्यूनतम मजदूरी की दर अलग- अलग है। यूपीए सरकार द्वारा शुरू की गई मनरेगा योजना  में मजदूरों को सौ रुपए प्रतिदिन के हिसाब से सौ दिन के काम का प्रावधान है।  2014 में सुप्रीम कोर्ट ने सभी राज्यों को आदेश दिया था कि वे तय न्यूनतम मजदूरी दें। तब तत्कालीन केंद्र सरकार ने 119 रुपए देने की बात कही थी। भारत में मनरेगा में न्यूनतम मजदूरी की दर 156 से 236 रुपए है। 
 
नहीं बदला न्यूनतम मजदूरी अधिनियम : भारत में न्यूनतम मजदूरी अधिनियम 1948 यानी संविधान बनने से पहले का है, जो अभी भी लागू है। संविधान बनने के बाद  इसमें सुधार करने के प्रयास ही नहीं हुए हैं। इसमें भी हर राज्य की न्यूनतम मजदूरी की दर अलग-अलग है। 
 
अगले पन्ने पर, भारत के श्रम मंत्रालय द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी... 
 


इन देशों में मिलती है सबसे ज्यादा न्यूनतम मजदूरी
देश का नाम कार्य के घंटे (सप्ताह में)   न्यूनतम मजदूरी (डॉलर में) 
ऑस्ट्रेलिया 38  16.88 
लक्जमबर्ग  40  14.24 
मोनाको  39  12.83 
फ्रांस  35  12. 22 
बेल्जियम 38 11.69 
सन मरिनो 37.5  11.49 
न्यूजीलैंड  40  11.18 
आयरलैंड  39 11.09
नीदरलैंड्‍स  40  10.99 
कनाडा  44  10.25 
भारत सरकार के श्रम मंत्रालय द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार न्यूनतम मजदूरी दर-  
अकुशल- 228 रुपए प्रतिदिन 
अर्द्धकुशल- 271 रुपए प्रतिदिन 
कुशल- 324 रुपए प्रतिदिन 
उच्च कुशल-  374 रुपए प्रतिदिन 
 
(इनमें महंगाई भत्ता शामिल नहीं है ) 

दिल्ली सरकार इतनी देती है न्यूनतम मजदूरी 

 
अकुशल श्रमिक -  348 प्रतिदिन 
अर्द्धकुशल श्रमिक- 385  प्रतिदिन 
कुशल श्रमिक- 423 रुपए प्रतिदि