इस्लामाबाद। पाकिस्तानी अधिकारियों ने तीन हजार से ज्यादा मौलवियों सहित, कम से कम नौ हजार संदिग्ध उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारियां सुरक्षा बलों द्वारा उग्रवादियों और उनके समर्थकों के खिलाफ शुरू की गई कड़ी कार्रवाई का हिस्सा है।
यह गिरफ्तारियां आतंकवादियों का खातमा करने के लिए बने ‘नेशनल एक्शन प्लान’ का हिस्सा हैं, जो ताबिलान द्वारा पिछले महीने एक स्कूल पर हमला करके 136 छात्रों की हत्या करने के बाद बनाया गया था।
पंजाब, खबर पख्तूनख्वा और इस्लामाबाद के विभिन्न मदरसों और मस्जिदों से अब तक 3,100 मौलवियों को पकड़ा गया है।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक, आतंकवाद संबंधी गतिविधियों में शामिल होने के संदेह में पुलिस, रेंजर्स और फ्रंटियर कांस्टेबुलरी ने देश भर से 3,650 से ज्यादा अफगान शरणार्थियों को गिरफ्तार किया है। अन्य 490, और 400 संदिग्ध उग्रवादियों को क्रमश: सिंध और बलूचिस्तान से पकड़ा गया है।
कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने खुफिया संचालकों के साथ मिलकर पंजाब और खबर-पख्तूनख्वा में 9,912 तलाशी अभियान चलाए।
आतंकवाद निरोधी कानून 1997 की चौथी सूची के तहत अनुमानित नौ हजार में से तकरीबन 5,510 को नई निगरानी सूची में डाला गया है अधिकारियों ने कहा कि खबर पख्तूनख्वा से सबसे ज्यादा करीब 6,702 संदिग्ध उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया है।
लिस और फ्रंटियर कोर ने संयुक्त रूप से कई शहरों में 2,700 अफगानी शरणार्थियों को गिरफ्तार किया है। करीब 217 नेताओं को लाउडस्पीकर कानून का उल्लंघन करने पर गिरफ्तार किया गया है।
पंजाब पुलिस ने 5,501 से ज्यादा तलाशी अभियानों के दौरान 1,087 संदिग्ध उग्रवादियों को पकड़ा है, जबकि प्रांत से आतंकवाद का खात्मा करने के लिए विदेशी कानून के तहत 950 संदिग्ध अफगान शराणार्थियों को भी पकड़ा गया है।
पंजाब में लाउडस्पीकर पर लगे प्रतिबंध का उल्लंघन करने को लेकर 1,471 मौलवियों को गिरफ्तार किया गया है।
इस अभियान में गुजरांवाला पुलिस ने पंजाब रेंजर्स के साथ मिलकर 370 से ज्यादा अफगान शराणार्थियों को गिरफ्तार किया है।
इसी दौरान इस्लामाबाद पुलिस ने 150 संदिग्ध उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है, जबकि गिलगित बाल्टिस्तान सरकार ने 37 उग्रवादियों को नई आतंकी निगरानी सूची में शामिल किया है। (भाषा)