शुक्रवार, 29 मार्च 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. समाचार
  3. अंतरराष्ट्रीय
  4. Sleep Fear
Written By

यहां सोने से डरते हैं लोग, पता नहीं कब खुलेगी नींद

यहां सोने से डरते हैं लोग, पता नहीं कब खुलेगी नींद - Sleep Fear
अगर कोई काम ना हो तो सबसे मजेदार काम होता है सोना। लोग ऐसा मजाक में भी बोल देते हैं कि सोना इस दुनिया का सबसे आसान काम है। जिसके लिए किसी भी प्रकार की कोई जरूरत नहीं होती। अगर मौका मिले, तो हम भी सब कुछ छोड़ कर बस सोते रहें।
मगर आपने कभी यह सोचा है कि कैसा होगा वो जीवन जिसमें वाकई आपको बस सोना ही पड़े? एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक उत्तरी कजाकस्तान के कलाची नामक एक गांव में ज्यादातर लोग सोते रहते हैं।
 
दरअसल, न तो ये कोई मजाक है और न ही लोगों का शौक, पर यकीन मानिए यहां ऐसा हो रहा है। डॉक्टरों ने इसे सोने वाली महामारी नाम दे दिया है। वो भी इस बात से हैरत में हैं कि आखिर ज्यादातर लोगों के साथ ऐसा क्यों हो रहा है।
 
बता दें कि पिछले चार सालों से इस बीमारी ने गांव के लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रखा है। इस अंजान सी बीमारी में बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। इनमें कई बड़े भी शामिल हैं। वहां के लोगों का कहना है‌ कि इस बीमारी से ग्रसित लोग होश में नहीं रहते।
600 लोगों में से 14 प्रतिशत लोग इस बीमारी के शिकार हैं और इसकी संख्या बढ़ती ही जा रही है। 
 
आखिर क्या है यह बीमारी... पढ़ें अगले पेज पर....
 
 

लोगों को सोने से पहले यहां इस बात का डर सताता है कि वो फिर शायद कभी उठे ही नहीं। सोने वाला शख्स थका हुआ सा दिखता है, कुछ बोलता नहीं है और याद्दाश्त भी काफी कमजोर ही रहती है।
 
डॉक्टरों ने सभी ऐसे लोगों की जांच की। उन्होंने देखा कि किसी को भी कोई वायरस या फिर बैक्टीरिया इंफेक्‍शन नहीं है। इस जगह के पानी और मिट्टी में भी ऐसा कोई रसायन नहीं मिला है जो स्लीपिंग ‌सिकनेस की वजह हो। डॉक्टरों ने बताया ऐसे लोगों को कई झटके आते हैं और मतिभ्रम के शिकार होते हैं।
 
अभी कुछ भी बताया नहीं जा सकता, पर कहा जा रहा है इस गांव से कुछ मील दूरी पर ही रूस की एक युरेनियम की खान है। इस खान से निकलता धुंआ हवा को जहरीला बनाता है और उड़ते हुए इस गांव में जा पहुंचता है। तभी लोग टॉक्सीन वाली हवा को सूंघने से ऐसी हालत में पहुंच जाते हैं। (news18.com से)