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Last Modified: बुधवार, 17 दिसंबर 2014 (22:51 IST)

पूरे क्षेत्र को आतंकवाद से मुक्त करेंगे : नवाज शरीफ

पूरे क्षेत्र को आतंकवाद से मुक्त करेंगे : नवाज शरीफ - Nawaz Sharif, Taliban
पेशावर। पेशावर के स्कूल पर मंगलवार को हुए तालिबान के भीषण हमले से हिले पाकिस्तान ने आतंकवाद से निपटने के लिए सप्ताह भर के भीतर एक ‘राष्ट्रीय योजना’ घोषित करने की प्रतिबद्धता जताई। इसके साथ ही पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि ‘इस पूरे क्षेत्र’ को आतंकवाद मुक्त किया जाना चाहिए। इस आतंकवादी हमले में 148 लोग मारे गए थे, जिनमें 132 स्कूली बच्चे थे।
पाकिस्तान के इतिहास के सबसे भीषण आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों की याद में तीन दिन का राष्ट्रीय शोक शुरू होने के बीच शरीफ और अन्य दलों के नेताओं ने अपने कड़वे मतभेद दरकिनार करते हुए स्थिति पर चर्चा करने के लिए यहां मुलाकात की।
 
इसके बाद शरीफ ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों ने आतंकवादियों के खिलाफ एक राष्ट्रीय कार्ययोजना तैयार करने और उस पर तत्काल अमल करने का निर्णय किया है।
 
उन्होंने कहा, ‘हम घोषणा करते हैं कि ‘अच्छे’ और ‘खराब’ तालिबान के बीच कोई अंतर नहीं किया जाएगा और हमने संकल्प लिया है कि आखिरी आतंकवादी का खात्मा होने तक आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।’
 
उन्होंने कहा, ‘आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई हमारी लड़ाई है और आतंकवाद से मुकाबले के लिए एक समग्र रूपरेखा की जरूरत है।’ इससे पहले शरीफ ने कहा कि ना केवल पाकिस्तान और अफगानिस्तान ‘बल्कि इस पूरे क्षेत्र को आतंकवाद मुक्त किया जाना चाहिए।’
 
शरीफ का यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उन्हें फोन किए जाने के बाद आया है। इस बातचीत के दौरान मोदी ने उनसे कहा था कि आतंकवाद को व्यापक रूप से हराने के लिए भारत और पाकिस्तान को हाथ मिलाना चाहिए।
 
इस बीच पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ तालिबान नेता मुल्ला फजलुल्लाह के प्रत्यर्पण की मांग को लेकर आज अफगानिस्तान पहुंचे। फजलुल्लाह के समूह ने ही पेशावर में सैनिक स्कूल पर हुए भीषण हमले की जिम्मेदारी ली है। 
 
आर्मी पब्लिक स्कूल में हुए जनसंहार के मद्देनजर सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करने वाले शरीफ ने कहा, ‘आज की बैठक में आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई की योजना तैयार करने और उस पर तत्काल अमल करने का निर्णय किया गया।’
 
नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता खुर्शीद शाह और पाकिस्तान तहरीके इंसाफ अध्यक्ष इमरान खान के साथ मीडिया को संबोधित करते हुए शरीफ ने हमले की निंदा की और उसे पाकिस्तान के इतिहास में सबसे दर्दनाक हमला करार दिया।’ 
 
उन्होंने कहा, ‘यह नृशंस घटना बर्बरता का एक उदाहरण है, जिसका उदाहरण इतिहास में नहीं मिल सकता।’ हमले के बाद यहां पहुंचे शरीफ ने कहा, ‘हमने सर्वसम्मति से निर्णय किया है कि गृह मंत्री चौधरी निसार के नेतृत्व में सभी दलों के सांसदों वाली एक कमेटी एक कार्ययोजना तैयार करेगी, जिसे सात दिन के भीतर राष्ट्रीय नेतृत्व को सौंपा जाएगा।’ इस कमेटी में सशस्त्र बलों, गुप्तचर और राजनीतिक दलों के सदस्य शामिल होंगे।
 
उत्तरी वजीरिस्तान में आतंकवादियों के खिलाफ जारी सैन्य अभियान पर शरीफ ने कहा, ‘आपरेशन जर्ब-ए-अज्ब सफलतापूर्वक जारी है लेकिन हमने आज जो निर्णय किया है, वह इसको लेकर है कि पूरे देश में आतंकवाद से कैसे निपटा जाए।’ आतंकवादी मामलों में मौत की सजा पर प्रतिबंध हटाने के संबंध में शरीफ ने कहा, ‘हमने प्रस्तावित किया है कि मामलों की सुनवायी में तेजी लायी जानी चाहिए।’
 
शरीफ ने सवाल किया, ‘यदि आतंकवादियों को सजा नहीं होगी तो किसे होगी?’ उन्होंने यह भी कहा कि न्याय प्रणाली में खामियों को दूर करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कानूनी कदम उठाये जाएंगे ताकि आतंकवादी उनका इस्तेमाल करके सजा से ना बच निकलें। 
 
उन्होंने कहा, ‘आतंकवाद को हराने के लिए हमें एक होना होगा..हमारे सशस्त्र बलों ने आतंकवाद को हराने और उनके ठिकानों को नेस्तनाबूद करने के लिए कई बलिदान दिए हैं। मुझमें विश्वास जताने के लिए मैं राष्ट्रीय नेतृत्व का आभारी हूं।’
 
इससे पहले संसदीय नेताओं की बैठक को संबोधित करते हुए शरीफ ने कहा कि देश आतंकवाद के खिलाफ जेहाद शुरू कर रहा है और इस अभियान को अधूरा नहीं छोड़ा जाएगा। उन्होंने याद दिलाया कि सरकार ने आतंकवादियों के साथ बातचीत सभी दलों से आम सहमति बनाने के बाद शुरू की थी।
 
उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के हठ के चलते सरकार के पास उनके खिलाफ सैन्य अभियान शुरू करने के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं बचा था। शरीफ ने कहा कि हाल में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी की पाकिस्तान यात्रा से आतंकवाद को हराने में संयुक्त प्रयासों का एक नया युग शुरू हुआ है।
 
शरीफ ने कहा कि आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल रिजवान अख्तर के साथ फिलहाल काबुल गए सेना प्रमुख अफगानिस्तान के सेना प्रमुख, राष्ट्रपति गनी और आतंकवाद के मुकाबले को अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सहायक बल के कमांडर से बातचीत करेंगे। पाकिस्तान तहरीके इंसाफ अध्यक्ष खान ने आतंकवाद निरोधक विशेषज्ञों की एक कमेटी गठित करने का सुझाव दिया। 
 
उन्होंने कहा, ‘यह एक राष्ट्रीय कार्य है, यदि आतंकवाद का खात्मा हो जाता है तो देश समृद्ध बनेगा। यहां आने का हमारा उद्देश्य निर्णय करना और सभी को एक स्पष्ट संदेश देना है।’ तहरीके तालिबान पाकिस्तान ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
 
तालिबान प्रवक्ता ने दावा किया कि उसके छह आत्मघाती हमलावरों ने सेना के स्कूल पर हमला किया। प्रवक्ता ने कहा कि यह हमला पेशावर के पास उत्तरी वजीरिस्तान कबायली इलाके में आतंकवादियों के खिलाफ जारी सैन्य अभियान का बदला लेने के लिए किया गया। प्रवक्ता ने कहा, ‘हम चाहते थे कि वे हमारा दर्द महसूस करें।’ (भाषा)