मानव अंगों की तस्करी कर धन जुटा रहा है आईएस
दमिश्क। आतंक का पर्याय बन चुके खतरनाक आतंकवादी संगठन आईएस धन जुटाने के लिए मानव अंगों की तस्करी के धंधे में उतर आया है।
हाल ही में आई रिपोर्टों के अनुसार आईएस बंधकों और यहां तक की मारे गए आईएस लड़ाकों के अंगों की तस्करी कर रहा है ताकि इससे मिले धन का इस्तेमाल पश्चिम एशिया में आतंक फैलाने में किया जा सके।
सूत्रों के अनुसार शरीर से अंगों को निकालने के लिए आईएस ने बकायदा विदेशी डॉक्टर तैनात किए हैं। उन्होंने बताया कि आईएस बंधक बनाए गए लोगों का जबरन अंग निकाल रहा है। बच्चों की किडनी निकाली जा रही है।
उन्होंने बताया कि आईएस के कब्जे वाले इलाकों में मौजूद अस्पतालों में मानव अंगों को निकालने की और उसे विश्व के काले बाजारों में बेचने की जबरदस्त व्यवस्था की गई है।
सूत्रों के अनुसार जिन विदेशी डॉक्टरों को इस काम के लिए नियुक्त किया गया है उन्हें अलग रखा जाता है। स्थानीय डॉक्टरों और आस पास के लोगों से भी उन्हें मिलने की इजाजत नहीं है।
मानव अंगों की तस्करी का सबसे बड़ा बाजार... अगले पन्ने पर...
आईएस की ओर से की जा रही मानव अंगों की तस्करी का सबसे बड़ा बाजार सउदी अरब है। यहां पर मानव हृदय, जिगर और गुर्दा की सबसे अधिक मांग है हालांकि फर्जी नामों से दुनिया भर के कई देशों के लोग भी इन अंगों को खरीद रहे हैं।
आईएस उत्तरी इराक स्थित कई ईसाई मठों और गिरजाघरों पर कब्जा कर चुका है। ये मठ और गिरजाघर सैकड़ों वर्ष पुराने हैं और इनमें मौजूद कलाकृतियां अमूल्य हैं लेकिन आईएस अब इसे काले बाजार में बेचकर अपने लिए धन जुटा रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार इस काले व्यापार से आतंकवादी संगठन आईएस को सालाना बीस लाख डॉलर की आय होने की आशंका जताई गई है। (वार्ता)