बुधवार, 17 अप्रैल 2024
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रुका दिल फिर चल पड़ा..!

रुका दिल फिर चल पड़ा..! - heart
ऑस्ट्रेलियाई डॉक्टरों की एक टीम ने मृत हो चुके एक दिल को फिर से धड़काने में सफलता हासिल की है। इसे दुनिया का पहला मृत हृदय प्रत्यारोपण माना जा रहा है और डॉक्टरों का कहना है कि इस तरह से अब हार्ट ट्रांसप्लांट के 30 फीसदी से ज्यादा मरीजों को बचाया जा सकेगा। उल्लेखनीय है कि डॉक्टर अभी तक वही दिल ट्रांसप्लांट करते थे, जो कि सक्रिय अवस्था में होता था। 
 
सिडनी के सेंट विंसेंट अस्पताल और विक्टर चैंग कार्डियाक रिसर्च इंस्टिट्यूट के डॉक्टरों ने मरे हुए दिल को फिर से सक्रिय करने की नई तकनीक को विकसित करने में सफलता हासिल की है। इस घटना के बाद अस्पताल के हार्ट-लंग ट्रांसप्लांट यूनिट के प्रमुख डॉक्टर पीटर मैक्डोनाल्ड का कहना है कि इस तरह से वह और भी बहुत से मृत हृदयों को जिंदा कर प्रत्यारोपित कर सकते हैं। उनका कहना है कि शरीर के कई अन्य अंगों की तरह से दिल के भी नि‍‍‍‍ष्क्रय होने के कुछ समय बाद दोबारा सक्रिय किया जा सकता है। 
 
पर अब ट्रांसप्लांट मशीन से दिल को दोबारा सक्रिय करने में सफलता पाई गई है और सर्जन ने उसको ट्रांसप्लांट कर दिया। मिशेल ग्रिबिलर (57) पहली ऐसी मरीज हैं, जिनमें मृत हार्ट ट्रांसप्लांट किया गया है। उनका कहना है कि वे अब अपने आप को 40 साल का अनुभव करती हैं। पहले वह सौ मीटर भी नहीं चल पाती थीं, लेकिन इस ऑपरेशन के बाद तीन किमी तक रोजाना चलती हैं। डॉक्टरों का कहना है कि केवल उन्हीं लोगों के दिलों को ट्रांसप्लांट किया जा सकता है जिन्हें 'ब्रेन डेड' घोषित कर दिया गया हो।      
 
उल्लेखनीय है कि मृत्यु के बाद सबसे पहले मस्तिष्क काम करना बंद कर देता है। ऐसा होने के कुछ मिनट बाद दिल का धड़कना पूरी तरह से बंद हो जाता है। इसी बीच मरने वाले का दिल निकालकर मरीज को लगा दिया जाता है।