बृहस्पति के चंद्रमा पर लावा से बनी झील
वाशिंगटन। खगोलविदों ने एक बड़ी दूरबीन की मदद से बृहस्पति के एक चंद्रमा ‘लो’ पर लावा से बनी एक झील की पहली विस्तृत तस्वीर ली है।
बृहस्पति के चार चंद्रमाओं में सबसे भीतरी भाग में स्थित ‘लो’ का पता गैलेलियो गालेलेई ने 1610 में लगाया था और यह हमारे चंद्रमा से कुछ ही बड़ा है और यह हमारी सौर प्रणाली में भूगर्भिक रूप से सबसे सक्रिय वस्तु है।
इसकी सतह पर सैंकड़ों ज्वालामुखी जैसे बिंदु दिखते हैं। जिनमें से सबसे विशाल ज्वालामुखी को लोकी नाम दिया गया है। लोकी का क्षेत्रफल 124 मील है और यह पृथ्वी से 37 करोड़ 30 लाख मील दूर है।
ज्वालामुखीय क्षेत्र अधिकांश रूप से सल्फर और सल्फर डाइऑक्साइड से ढंका हुआ है। यह अध्ययन एस्ट्रोनॉमिकल जर्नल में प्रकाशित किया गया है। (भाषा)
चित्र सौजन्य : ट्विटर