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Last Modified: बुधवार, 26 नवंबर 2014 (00:17 IST)

अमेरिका के फर्ग्यूसन क्षेत्र में भीषण हिंसा भड़की

अमेरिका के फर्ग्यूसन क्षेत्र में भीषण हिंसा भड़की - Ferguson
वॉशिंगटन। अमेरिका में मिसौरी प्रांत के फर्ग्यूसन क्षेत्र में अगस्त माह में एक अश्वेत युवक माइकल ब्राउन की हत्या मामले की जांच कर रही ग्रैंड ज्यूरी द्वारा आरोपी श्वेत पुलिस अधिकारी डारेन विल्सन पर किसी तरह का मामला नहीं चलाने के फैसले का व्यापक पैमाने पर विरोध हो रहा है और इस विरोध ने हिंसा का रूप ले लिया है। 
ब्राउन पर आरोप था कि उसने एक दुकान से महज सिगरेट का पैकेट उठाया था और बाद में पुलिस अधिकारी ने उसे गोली मार दी थी, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई।
 
ग्रैंड ज्यूरी ने आरोपी पुलिस अधिकारी को छोड़ दिया है। इस फैसले का अमेरिका के अश्वेत लोग विरोध करते हुए हिंसक हो गए हैं। हिंसा की घटना न सिर्फ फर्ग्यूसन में हुई बल्कि इसने दूसरे बड़े शहरों को भी अपने चपेट में लिया है। 
मंगलवार के दिन फर्ग्यूसन में प्रदर्शनकारियों ने घरों, शॉपिंग मॉल्स और कई गाड़ियों में आग लगा दी। हिंसा भडकने के कारण नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने अस्थायी तौर पर फर्ग्यूसन क्षेत्र में उडानें रद्द कर दी है। 
 
माइकल ब्राउन के परिवार ने ग्रैंड ज्यूरी के इस फैसले पर निराशा जताते हुए आज कहा कि हमारे बच्चे के कातिल को दोषी नहीं ठहराया जाना काफी निराश कर देने वाला है। 
 
ग्रैंड ज्यूरी का फैसला सार्वजनिक होते ही गुस्साई भीड़ सड़कों पर उतर आई और उन्होंने पुलिस कार्यालय का घेराव कर लिया और उसके शीशे तोड़ दिए। भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू के गोले छोड़े।
 
इस बीच लोगों में फैले असंतोष को देखते हुए राष्ट्रपति बराक ओबामा ने प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने और पुलिस से सहनशीलता से पेश आने का आग्रह किया है। 
 
ओबामा ने कहा कि अमेरिका एक ऐसा राष्ट्र हैं, जो कानून के हिसाब से चलता है और इसलिए हमें यह स्वीकार करना होगा कि यह निर्णय ग्रैंड ज्यूरी का है। हमें यह समझना होगा कि फर्ग्यूसन की घटना हमारे सामने एक बड़ी चुनौती है और तथ्य यह है कि इस देश के कई भागों में पुलिस और अश्वेतों के बीच अविश्वास की गहरी खाई है।
 
सेंट लुइस काउंटी के अभियोजक बॉब मैककुल्लोव ने कहा कि ग्रैंड ज्यूरी का मानना है कि आरोपी पुलिस अधिकारी के खिलाफ किसी तरह का मामला दर्ज करने का कोई भी कारण नहीं बनता। उन्होंने बताया कि अगर आरोपी पुलिस अधिकारी को दोषी पाया जाता तो उसके खिलाफ अकारण हत्या का मामला चल सकता था। पुलिस अधिकारी ने आत्मरक्षा में गोली चलाई थी। (भाषा/वेबदुनिया)