बीमारी ने इस युवती को बना दिया बार्बी डॉल
आपने बार्बी डॉल तो कई देखी होंगी, लेकिन क्या आपने ऐसी डॉल देखी है जो जिंदा इंसान हो। अमेरिका में रहने वाली अम्बेर गुजमेन(28) एक ऐसी ही बार्बी डॉल है।
अम्बेर एक बीमारी की चलते बार्बी डॉल बनी हैं। उन्हें मस्कुलर डिस्ट्रॉफी नाम की बीमारी है, जो एक लाइलाज बीमारी है। इस बीमारी की वजह से लोगों की हड्डियां कमजोर पड़ने लगती है।
अम्बेर कहती हैं कि इस बीमारी की वजह से उन्हें चलने फिरने में तकलीफ, उठकर बैठने में तकलीफ यहां तक की खाना निगलने में भी तकलीफ होती है। वे इस बीमारी की वजह से एक गुड़िया जैसी हो गई हैं जो खुद उठ नहीं सकती बल्कि उसे उठाने के लिए लोगों का सहारा लेना पड़ता है।
अम्बेर बताती हैं कि वे बचपन से ही मॉडलिंग करती आ रही हैं जब वे 18 साल की थीं तो उन्होंने शादी कर ली। शादी के कुछ सालों के बाद उनका शरीर एक दम से कमजोर पड़ने लगा और जब डॉक्टर को दिखाया तो डॉक्टर ने बताया कि मुझे एक लाइलाज बीमारी है।
वे बताती हैं,'इस बात को सुनकर मुझे शुरू में तो डर लगा। लेकिन अब मुझे अपनी यह अवस्था अच्छी लगने लगी है। मैं बचपन में बार्बी डॉल के साथ खेलना बहुत पसंद करती थी और अब मैं बार्बी डॉल जैसी ही हूं। इस बीमारी की वजह से मैं ज्यादा स्किनी हो गई हूं कई लोग कहते हैं कि मैं अब एक बार्बी डॉल जैसी दिखती हूं।
अम्बेर बताती हैं कि उन्होंने कुछ दिन के बाद अपने बार्बी डॉल वाले लुक को पूरे विश्व के सामने लाने का फैसला किया और ऑनलाइन अपनी कई तस्वीरें और वीडियो अपलोड किए।
'मैंने इन फोटोज व वीडियो में डॉल की स्टाइल में कपड़े पहने हुए हैं जो मुझे डॉल के रूप में प्रस्तुत करते हैं। अम्बेर अपने इस वीडियो के माध्यम से इस लाइलाज बीमारी के बारे में जागरुकता फैला रही हैं। इंटरनेट में भी उन्हें अच्छा रिस्पांस मिल रहा है और उन्हें कई लोगों ने मैसेज किया है कि वे उनकी जीवंत प्रेरणा है।' (Photo courtesy : Dailymail)