शुक्रवार, 19 अप्रैल 2024
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Written By श्रुति अग्रवाल

कला और फैशन का अनूठा संगम – पेरिस

कला और फैशन का अनूठा संगम – पेरिस -
Shruti
फ्रांस की राजधानी.....फैशन की राजधानी.......मोनालिसा, वीनस जैसी कृलाकृतियों से सजी कला की राजधानी पेरिस......यहाँ आकर आप एक दूसरी ही दुनिया से रूबरू होंगे। यहाँ की गलियाँ, नुक्कड़ हर जगह अनूठी खूबसूरती में डूबे हुए हैं। यहाँ की गलियों में भटकते हुए आपको महसूस होगा ‘फ्रेंच लोगों का पूरा जीवन कला के लिए समर्पित है ।

इस साफ-सुथरे, खूबसूरत देश में जहाँ तक हो सके आप गर्मियों के मौसम में घूमने जाएँ। क्योंकि सर्दियों में यहाँ का पारा माइनस डिग्री के नीचे ही नजर आता है। गर्मियों में यहाँ का मौसम बेहद सुहावना होता है। इस मौसम की सुहानी सुबह में आपको फ्रेंच लोग पिस्त्रो में कॉफी और लोफ (ब्रेड) का आनंद उठाते नजर आएंगे। पिस्त्रो यहाँ की भाषा में रेस्त्रां को कहते हैं।

पेरिस आने के बाद फ्रेंच ब्रेड का लुफ्त उठाना मत भूलिएगा। यह कुछ सख्त लेकिन स्वाद में बेहद मजेदार होती हैं। यहाँ गर्मी के मौसम में सूरज नौ बजे अस्त होता है जिसके कारण आपको पेरिस निहारने के लिए वक्त काफी ज्यादा मिलता है।

खास आकर्षणः-

एफिल टॉवरः- दुनिया के सात अजूबों में से एक अजूबा एफिल टॉवर। 321 मीटर ऊँचे एफिल टॉवर की ऊपरी मंजिल से पेरिस को निहारने का आनंद ही कुछ और है। टॉवर के ऊपरी भाग में तीन मंजिले बनी हुई है। पहली मंजिल पर शानदार होटल है, दूसरी पर कैफे और तीसरी मंजिल को सुंदर नजारों को निहारने के लिए खाली छोड़ा गया है

एफिल टॉवर तक पहुँचने के लिए बेहतरीन लिफ्ट का इंतजाम है। इस लिफ्ट तक पहुँचने के लिए आपको लंबी कतार से जूझना होगा। लेकिन टॉवर के ऊपर जाने के बाद आपको यह जद्दोजहद बेमानी लगेगी। और आप पेरिस की खूबसूरती का नया रूप देखेंगे। रात को ठीक नौ बजे सिर्फ 6 मिनिट के लिए पूरा एफिल टॉवर जलती-बुझती नियोन लाइटिंग से जगमगा उठता है। पेरिस आकर यदि आपने यह न देखा तो आपने कुछ भी नहीं देखा।

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म्यूजियम डी लवीसः- वैसे तो पेरिस म्यूजियमों की भी राजधानी है। लेकिन म्यूजियम डी लवीस इनमें नायाब है। पहले पहल यह एक फ्रेंच महल था जिसे बाद में म्यूजियम का रूप दे दिया गया था। इस म्यूजियम में आप मोनालिसा की पेंटिग, विक्ट्री ऑफ सेमोथरेस, मिश्र के पिरामिड की दुर्लभ वस्तुओं, वीनस के स्टेच्यू से लेकर कई विश्वप्रसिद्ध कलाकृतियों को निहार सकते हैं। यहाँ की तीन मुख्य दीर्घाओं में मिस्त्र, ग्रीक व रोमन कलाओं के बेहतरीन नमूने रखे हैं। यह संग्राहालय इतना विशाल और खूबसूरत है कि इसे निहारने के लिए एक दिन कम लगेगा

सेन नदीः- पेरिस की जीवन रेखा कहलाने वाली सेन नदी पूरे पेरिस में इठलाती-बलखाती नजर आती है। इस नदी पर पुरातन काल के चिन्हों के रूप में 36 बेहद खूबसूरत पुल बने हुए हैं। पुलों पर की गई कारीगरी देखते ही बनती है। यदि आप पेरिस घूमने जाएं तो सेन नदी में वोटिंग करने का लुफ्त जरूर उठाइएगा। यहाँ वोटिंग करते हुए आप प्रकृति के सुंदर नजारों के साथ-साथ पैरिस के अतीत से भी साक्षात्कार कर सकते हैं। इसके साथ ही सेन नदी के किनारों पर चहलकदमी करते हुए फ्रेंच जीवन से रूबरू होना बेहद सुंदर अनुभव है

डिजनीलैंडः- कलाप्रेमियों के इस स्वर्ग में बच्चों के लिए हसीन तोहफा है डिजनीलैंड। जहाँ आकर लगता है कि सपने साकार हो गए हैं। परियों के खूबसूरत महलों से लेकर सजीव कार्टून कैरेक्टर और ढ़ेर सारी फन पैक्ड राइड। लेकिन जन्नत की सैर में इतना ही नहीं। यहाँ मजे के साथ-साथ आपके बच्चों का खासा ज्ञान वर्धन भी होता है। यहाँ एक तरफ वे वाल्ट डिजनी के शुरूआती दौर और मिकी माऊस के प्रति उनके जुनून को समझ सकते हैं। वहीं दूसरी और वे फिल्म निर्माण की बारीकियों से भी रूबरू होते हैं।

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यूरो डिजनी का मुख्य आकर्षण यहाँ निकलने वाली परेड है। जिसमें डिजनी के कार्टून कैरेक्टरों की सुंदर परेड निकाली जाती है। इसमें युवा लड़के-लड़कियाँ खूबसूरत पोशाके पहन बच्चों की दुनियाँ को जमीन पर उतारतें हैं

फैशन स्ट्रीटः- यदि आपने पैरिस की सड़कों पर चहल-कदमी नहीं की तो कुछ भी नहीं किया। फैशन की इस राजधानी में आप दुनिया भर के मशहूर ब्रांड रोलेक्स, जोजो अरमानी, वर्साचे, कार्टियर, गूची पयारे आदि के शोरूम निहार सकते हैं। यदि जेब भारी है तो कुछ हल्की कीजिए ....नहीं तो विंडो शॉपिंग का ख्याल भी बुरा नहीं। इन ब्रांडस के अलावा आप पर्फ्यूम्स की दुकानों पर जाना मत भूलिएगा। सुगंध प्रमियों के लिए यह जगह स्वर्ग से कम नहीं।

कला की इस खूबसूरत राजधानी को निहारते हुए आप कई कलाकारों से रूबरू होंगे। कोई पेरिस के लैंड मार्क की खूबसूरत तस्वीर बना रहा होगा तो कोई वायलिन की सुमधुर स्वरलहरियों से वातावरण को गुंजयमान कर रहा होगा। दिन-भर घूमने के बाद आप रात भी पेरिस के नाम कर दें तो बेहतर होगा। यहाँ की रात की रंगीनियों को देखकर आपके मुँह से बरबर ही निकल पड़ेगा - क्या यह शहर कभी सोता भी है ।’ और आप ही जवाब भी दे देंगे नहीं..कभी नहीं।’