शुक्रवार, 29 मार्च 2024
  • Webdunia Deals
  1. लाइफ स्‍टाइल
  2. साहित्य
  3. काव्य-संसार
  4. दीवाली आई है
Written By
Last Updated : गुरुवार, 9 अक्टूबर 2014 (10:11 IST)

दीवाली आई है

दीवाली आई है - दीवाली आई है
प्रदीप मानोरिया
 
दीपों की कतार से ,
एकता और प्यार से,
उर के उल्लास से,
जीवन के प्रकाश से
खुशियां फैलाई हैं,
दीवाली आई है।
 

 

राम राज्य शान की,
मुक्ति वर्धमान की,
न्याय और नीति की,
अहिंसा की रीति की,
याद ये दिलाई है,
दीवाली आई है।
 
इस प्रकाश पर्व पर,
मन का सब तिमिर हर,
हिंसा मन के रावण सब,
विजय उन पर पाकर अब,
दीवाली मनाई है दीवाली आई है।