हिन्दी कविता : बड़ा बुरा लगता है...
भटकने के शब्द को।
वक्त इतना भटका देता है।
कि परिस्थितियां बदली-बदली।
नजर आती है।
कभी खुशियों संग।
शहनाई बजती तो।
कभी दुल्हन बाप के घर से।
ससुराल को जाती है।
आनंद संग उल्लास।
खुशियां महकती है जब।
बड़ा बुरा लगता है।
गम की अर्थी कंधों पर।