होली का चटपटियां चुटकुला : होली की तरंग
योगा स्वामी दामदेव को गाने गाने का बेहद शौक था।
चाहे जब अल्हड़-फक्खड़ होकर बेसुरी आवाज में गाने लगते।
होली की तरंग में, कुछ-कुछ रंग में और कुछ-कुछ भंग में चले जा रहे थे गाते हुए -'मेहबूबा मेहबूबा ..... '
छपाक!!! एक नाले में गिर गए...
अब उनकी कांपती आवाज आ रही थी....मैं डूबा, मैं डूबा....।