शुक्रवार, 29 मार्च 2024
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Written By WD

सेहत के लिए फलदायक है जायफल

सेहत के लिए फलदायक है जायफल - nutmeg
जायफल यानी नटमेग। क्या आप जानते हैं कि यह स्वाद और सेहत के लिए कितना फायदेमंद है? अगर आप मानते हैं कि विविधता ही खाने का असली जायका होता है। तब तो आपके लिए नटमेग यानी जायफल एक बेहतर जरिया हो सकता है, जायका बढ़ाने का। चाहे कुछ भी बनाइए पुडिंग, कचोरी, कस्टर्ड डाल दीजिए थोड़ा सा जायफल और यह आपकी कुकीज और केक को भी टेस्टी बनाता है। 


 
यह तो हुई खुशबूदार मसाले के स्वाद की बात आइए जानते हैं इससे जुड़ी कुछ मजेदार बातें। आप यह जानकर आश्चर्य में पड़ जाएंगे कि एक ही पेड़ पर दो तरह के मसाले उगते हैं। जी हां ! जायफल और जावित्री। जिनकी खुशबू लम्बे समय तक आपके दिलो-दिमाग पर छाई रहती है।
 
अनोखा इतिहास 
 
पौधे की तरह ही इसका इतिहास भी उतना ही मनोरंजक है। ऐसा माना जाता है कि पहली शताब्दी के आस-पास इसका पौधा पहली बार रोम में देखा गया था। लेकिन छठी शताब्दी में अरब व्यापारी इसे कान्सटेन्टीनोपॉल ले आए। लेकिन इस दौरान 'डच युद्ध' छिड़ गया और काफी संख्या में लोग मारे गए। इसी बीच ब्रिटिश ईस्ट डंडिया कम्पनी जायफल के पौधे भारत ले आई। और यहाँ से पिनांग, सिंगापुर और वेस्ट-इन्डीज जैसे देशों इसे भेजा गया।'ग्रीन गोल्ड' कहलाने वाला इसका पौधा मूल रूप से मसालों की धरती 'इन्डोनेशिया' की पैदाईश है। जब इसके पेड़ पर पीले रंग के फूल खिलने लगते हैं, तो इसकी खूबसूरती और भी बढ़ जाती है। अण्डों के आकार के ये नन्हे से जायफल ज्वालामुखी वाले क्षेत्रों यानी गर्म इलाकों में फलते- फूलते हैं। इसकी सबसे अनोखी बात है कि इसके मेल और फीमेल दोनों पौधे अलग-अलग उगते हैं। 

जॉयफल
 
इसके पेड़ पर 5 सालों में फूल आते हैं। और पूरी तरह से पेड़ को तैयार होने में 15 साल का वक्त लग जाता है। लेकिन जब यह पूरी तरह बड़ा हो जाता है, तो 50 सालों तक इस पर फल लगते हैं! इसके एक पेड़ से पूरे सालभर में 2 हजार से भी ज्यादा जायफल मिल जाते हैं।


जब इसका फल कच्चा होता है तो वह पीले रंग का होता है। पूरी तरह पकने के बाद इसका बाहरी हिस्सा रूखड़ा सा हो जाता है। फल पकने के दौरान इसके ऊपर लाल रंग की झिल्ली होती है जो इसके बीज को चारों ओर से घेर लेता है इसे 'एरिल' कहते हैं, और इसी से जावित्री तैयार होती है। इसके फल को सू्‌खने में पूरे दो महीने लग जाते हैं।
 
जायफल से तेल भी निकाला जाता है, जिसका इस्तेमाल परफ्यूम्स तैयार करने भी किया जाता है। लेकिन इसका पाउडर बनाकर रखना ठीक नहीं क्योंकि ऐसा करने से इसकी महक में कमी जो आ जाती है। यूं तो जायफल आपके खाने के स्वाद को दुगुना कर देता है। लेकिन ज्यादा खाने पर यह नुकसानदायक भी हो सकता है। सही मात्रा में लेने पर पाचन, डायरिया और वमन जैसी बीमारियों से भी आपको बचाता है। देखने में नन्हा सा यह फल बड़े काम की चीज है।