मंगलवार, 16 अप्रैल 2024
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Written By WD

काले-काले रसीले जामुन : जानिए 8 अनमोल गुण

काले-काले रसीले जामुन : जानिए 8 अनमोल गुण - Jaamun
काले-काले रसीले जामुन किसे नहीं भाते? इन दिनों बाजार में जामुनों की जमकर बहार आई है। जामुन स्वाद में खट्टा-मीठा होने के साथ-साथ सेहत के लिए बड़ा फायदेमंद है। 

बहुत कम लोग जानते हैं कि इसके प्रतिदिन उपयोग से यौन तथा स्मरण शक्ति बढ़ जाती है। 
 
जामुन के एक किलोग्राम ताजे फलों का रस निकालकर ढाई किलोग्राम चीनी मिलाकर शरबत जैसी चाशनी बना लें। इसे एक ढक्कनदार साफ बोतल में भरकर रख लें। जब कभी उल्टी-दस्त या हैजा जैसी बीमारी की शिकायत हो, तब दो चम्मच शरबत और एक चम्मच अमृतधारा मिलाकर पिलाने से तुरंत राहत मिल जाती है। 

गठिया के उपचार में भी जामुन बहुत उपयोगी है। इसकी छाल को खूब उबालकर बचे हुए घोल का लेप घुटनों पर लगाने से गठिया में आराम मिलता है। इसमें उत्तम किस्म का शीघ्र अवशोषित होकर रक्त निर्माण में भाग लेने वाला तांबा पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। 

 
जामुन और आम का रस बराबर मात्रा में मिलाकर पीने से मधुमेह के रोगियों को लाभ होता है। यह त्वचा का रंग बनाने वाली रंजक द्रव्य मेलानिन कोशिका को सक्रिय करता है, अतः यह रक्तहीनता तथा ल्यूकोडर्मा की उत्तम औषधि है। 
 
विषैले जंतुओं के काटने पर जामुन की पत्तियों का रस पिलाना चाहिए। 
 
काटे गए स्थान पर इसकी ताजी पत्तियों का पुल्टिस बांधने से घाव स्वच्छ होकर ठीक होने लगता है क्योंकि, जामुन के चिकने पत्तों में नमी सोखने की अद्भुत क्षमता होती है। 

जामुन यकृत को शक्ति प्रदान करता है और मूत्राशय में आई असामान्यता को सामान्य बनाने में सहायक होता है। 

जामुन का रस, शहद, आंवले या गुलाब के फूल का रस बराबर मात्रा में मिलाकर एक-दो माह तक प्रतिदिन सुबह के वक्त सेवन करने से रक्त की कमी एवं शारीरिक दुर्बलता दूर होती है। 
 
 
सावधानी : ध्यान रहे कि अधिक मात्रा में जामुन खाने से शरीर में जकड़न एवं बुखार होने की संभावना भी रहती है। इसे कभी खाली पेट नहीं खाना चाहिए और न ही इसके खाने के बाद दूध पीना चाहिए।