हींग : स्वाद-सुगंध और सेहत की साथी, जानें 10 नुस्खे
हींग का नाम याद आते ही उसकी खास खुशबू की लहर दिमाग में कौंध जाती है। हींग वास्तव में एक ऐसा घरेलू मसाला है जिसमें अनेक औषधीय गुण छिपे हैं। हींग असल में फेरूला-फोइटिडा नाम के पौधे का रस है। पौधे के रस को सुखाकर हींग बनाई जाती है।
भारत में हींग की खेती बहुत कम मात्रा में होती है। हींग ईरान, अफगानिस्तान, तुर्केमिस्तान, बलूचिस्तान, काबुल औैर खुरासान के पहाड़ी क्षेत्रों में होती हैं। वहां से हींग पंजाब और मुंबई लाई जाती है। महर्षि चरक का कहना है कि हींग दमा के रोगियों के लिए रामबाण औषधि है। आइए जानें 10 सरल नुस्खे-
* दांतों में कीड़ा लग जाने पर रात्रि को दांत में हींग दबाकर सोएं। कीड़े खुद-ब-खुद निकल जाएंगे।
* यदि शरीर के किसी हिस्से में कांटा चुभ गया हो तो उस स्थान पर हींग का घोल भर दें। कुछ समय में कांटा स्वतः निकल आएगा।
* हींग में रोग-प्रतिरोधक क्षमता होती है।
* दाद, खाज, खुजली व अन्य चर्म रोगों में इसको पानी में घिसकर उन स्थानों पर लगाने से लाभ होता है।
* हींग का लेप बवासीर, तिल्ली व उदरशोथ में लाभप्रद है।
* कब्जियत की शिकायत होने पर हींग के चूर्ण में थोड़ा सा मीठा सोड़ा मिलाकर रात्रि को फांक लें, सबेरे शौच साफ होगा।
* पेट के दर्द, अफारे, ऐंठन आदि में अजवाइन और नमक के साथ हींग का सेवन करें तो लाभ होगा।
* पेट में कीड़े हो जाने पर हींग को पानी में घोलकर एनिमा लेने से पेट के कीड़े शीघ्र निकल आते हैं।
* जख्म यदि कुछ समय तक खुला रहे तो उसमें छोटे-छोटे रोगाणु पनप जाते हैं। जख्म पर हींग का चूर्ण डालने से रोगाणु नष्ट हो जाते हैं।
* प्रतिदिन के भोजन में दाल, कढ़ी व कुछ सब्जियों में हींग का उपयोग करने से भोजन को पचाने में सहायक होती है।