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Written By भाषा
Last Modified: जामनगर/अहमदाबाद , बुधवार, 12 दिसंबर 2012 (00:35 IST)

राहुल गांधी का वार, नरेन्द्र मोदी का पलटवार

राहुल गांधी का वार, नरेन्द्र मोदी का पलटवार -
PTI
गुजरात में विधानसभा के पहले चरण के चुनाव प्रचार के आखिरी दिन प्रचार कार्य ने मंगलवार को तीखा रूप धारण कर लिया। कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी तथा मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी उस समय एक दूसरे से तकरार पर उतर आए जब कांग्रेस नेता ने महात्मा गांधी का उल्लेख किया।

राहुल द्वारा गुजरात विधानसभा के छोटे अवधि के सत्रों के लिए मोदी की आलोचना किए जाने के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री ने लोकसभा में राहुल गांधी के कम उपस्थिति पर सवाल किया।

राहुल ने जामनगर में एक रैली में कहा कि राजनीति में यदि मेरा कोई गुरु है तो वह गांधीजी हैं। उन्होंने कहा कि गांधीजी का एक साधारण सा नियम था कि न केवल भारतीयों बल्कि पूरे विश्व के लोगों की आवाज सुनी जानी चाहिए। चाहे वह व्यक्ति गरीब हो या अमीर, छोटा हो या बड़ा। यह व्यक्ति चाहे किसी भी क्षेत्र, धर्म या जाति का हो, उसकी बात का सम्मान किया जाना चाहिए। मोदी ने गांधी पर दिए राहुल के इस बयान पर तुरंत ही पलटवार किया।

उन्होंने माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर लिखा कि यदि राहुल बाबा गांधीजी के पद चिन्हों पर चल रहे हैं तो गांधीजी की स्वतंत्रता के ठीक बाद कांग्रेस को भंग करने की पहली इच्छा क्यों अधूरी है?

गुजरात में दो चरणों का चुनाव 13 दिसंबर और 17 दिसंबर को होगा और मतों की गणना 20 दिसंबर को होगी। मुख्यमंत्री मोदी ने अपनी विभिन्न रैलियों में राहुल गांधी द्वारा महात्मा गांधी को लेकर दिए बयान का उल्लेख किया।

मोदी ने कहा कि राहुल बाबा ने कहा है कि वह गांधीजी की राह पर चल रहे हैं, लेकिन यदि वे वास्तव में इस पर चल रहे हैं तो महात्मा गांधी की एक इच्छा को अधूरा नहीं रहने देना होगा जो स्वतंत्रता के ठीक बाद कांग्रेस को भंग कर देना था।

एक अन्य मुद्दे पर कांग्रेस महासचिव ने दावा किया कि गुजरात में विपक्षी दलों की आवाज दबा दी गई क्योंकि एक साल में केवल 25 दिन विधानसभा का सत्र बुलाया गया और अकसर विपक्षी नेताओं को सदन से बाहर कर दिया जाता है ताकि वे कठिन सवाल नहीं पूछ सकें।

कांग्रेस नेता के इस बयान पर जवाबी हमला बोलते हुए मोदी ने ट्वीट किया कि राहुल गांधी ने विधानसभा के बारे में कहा, लेकिन लोकसभा में मई 2011 से मई 2012 के बीच राहुल गांधी की उपस्थिति 85 बैठकों में मात्र 24 रही। एक अन्य जनसभा में मोदी ने कहा कि राहुल गांधी कहते हैं कि उनका महात्मा गांधी से नजदीकी रिश्ता है, लेकिन उस समय वह पैदा भी नहीं हुए थे। (भाषा)