जय से को तैसा , यानि तित फॉर तात ,न रहे बास न बजे बासुरी .जस्ट फॉलो इजराइल रूल्स जब आप अपने को सेफ महसूस करेंगे . दया धरम ये सब सिर्फ पढ़ने में ही अच्छा लगताहै वात्सव में ये हमारी कमजोरी है .पुरातन पत्थर युग में जो लोगोका संहार होता था उससे तो अभी लाख गुना अच्छा है अगर मेरा कहना गलत है तो देखो ओर पढ़ो रामायण महाभारत शिव पुराण गरुड़ पुराण या तो अभी की फिल्म ' महा बलि ' वास्तव में जो भी जीवित या जड़ वस्तु उतपन्न होती है सिर्फ नस होनेके लिए लेकिन अगर आप किसी को मरेंगे तो यतो आप अपने आप को भी मरोगे तो दुनिया दो नो तरफ टिपणी करेंगे जैसे मोदी साहेब की मनी लॉन्ड्री पालिसी .चार दिन के बाद अगर आप कोई अच्छा काम क्र्रेंगे तो दुनिआ भूल जाएगी की आपने कोई गलत लेकिन अच्छा काम देस के लिए किया था .जय जवान जय किसान जय आर जय जय जलाराम. jp