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Written By WD

बाल दिवस विशेष : बच्चों की सेहत के 5 तरीके

बाल दिवस विशेष : बच्चों की सेहत के 5 तरीके - Child Health
प्रीति सोनी 
आज के बच्चे कल का भविष्य होते हैं। भविष्य तभी सुरक्ष‍ित होता है जब सेहत अच्छी हो। वर्तमान में बड़ों को होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से अब बच्चे भी अछूते नहीं रहे। इसलिए बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए उनका फिट रहना बेहद जरुरी है।


सुबह जल्दी उठकर स्कूल जाना और हर कार्य समय पर अनुशासन के साथ होना बच्चों के जीवन की नींव डालता है। बचपन से डलने वाली यही आदतें उसके शारीरिक व मानसि‍क स्वास्थ्य के साथ ही सेहत की दिशा तय करती हैं। इसके अलावा उनकी सेहत को कैसे सहेजा और संवारा जा सकता है, जानें -

1 पौष्टिक आहार - बढ़ती उम्र में शरीर को पोषण की जरुरत अधि‍क होती है इसलिए बच्चों के आहार पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है। इस समय वे शारीरिक और मानसिक रूप से अधिक सक्रिय भी होते हैं, इसलिए दोनों को पोषण मिलना आवश्यक है। बच्चों को जो भी खिलाएं वह सेहतमंद होना चाहिए। चाहें तो उनके आहार का एक चार्ट बना लें, ताकि उसे सही पोषण भी मिलता रहे और उसे समय पर खाने की आदत भी हो जाए। इस तरह की आदतें उसकी सेहत के लिहाज से बहुत फायदेमंद होगी।
 
2  खेलना - बच्चों को खेलने-कूदने से रोके नहीं। इससे उनका शारीरिक और मानसिक विकास बेहतर तरीके से होता है। खेलने-कूदने से बच्चों का व्यायाम भी हो जाता है और वे सेहतमंद भी रहते हैं। इस तरह से उनमें मोटापा भी नहीं बढ़ता जो कई बीमारियों का कारण बनता है। इस तरह से आपका बच्चा चुस्त-दुरुस्त और फुर्तीला बना रहता है। बचपन से बच्चों में फुर्ती होना उनके फिट रहने का परिचायक होता है।

3  छोटे-छोटे कामपढ़ाई, खेलकूद और टीवी के अलावा बच्चों में घर के छोटे-छोटे काम भी करवाते रहें, ताकि वे जिम्मेदारी लेना सीखे। आप चाहें तो खेल-खेल में या मस्ती में बच्चों को यह चीजें सिखाएं। शर्त लगाएं या प्रति‍योगिता करें। इससे बच्चा उत्साह के साथ काम को करेगा ना कि मुंह बनाकर। यह छोटी-छोटी बातें उसकी सेहत के लिए लाभप्रद होंगी। 
 
 मोबाइल व कंप्यूटर - इस तरह के इलेक्ट्रॉनिक सामान का उपयोग बच्चों को अधिक समय तक न करने दें। हालांकि‍ इस उम्र में गेम खेलने या नई चीजें सीखने का उत्साह अधि‍क होता है, लेकिन अनके साथ अधि‍क वक्त गुजारने से बच्चे चिड़चिड़े, गुस्सैल और आगे चलकर मानसिक रोगी भी हो सकते हैं। हर काम के लिए उनका समय तक करें, और दिनचर्या बनाएं। इस प्रकार उन्हें रोकटोक भी महसूस नहीं होगी और वे नियम अनुसार ढल जाएंगे।

5  खाने की आदत -  वैसे तो बच्चों में पौष्ट‍िक चीजों की आदत डालना ही सबसे बेहतर है लेकिन उन्हें हर समय केवल पौष्ट‍िक चीजें ही न खि‍लाएं, बल्कि उसे अन्य चीजें भी खाने दें। इससे उनकी दिलचस्पी खाने में बनी रहेगी। खाना खाते समय बच्चों को साथ लेकर बैठें ताकि वह खाने के सही तौर तरीके सीख सके। सेहत और बेहतर स्वास्थ्य के लिए खाने की आदतें व तौर तरीके बहुत मायने रखते हैं।