शुक्रवार, 19 अप्रैल 2024
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Written By समय ताम्रकर

किससे प्यार करूँ : प्यार के लायक नहीं

किससे प्यार करूँ : प्यार के लायक नहीं - किससे प्यार करूँ : प्यार के लायक नहीं
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निर्माता : बालागिरी
निर्देशक : अजय चंडोक
संगीत : डब्बू मलिक
कलाकार : अरशद वारसी, उदिता गोस्वामी, आशीष चौधरी, आरती छाबरिया, श्वेता मेनन, यश टोंक, शक्ति कपूर, आशीष विद्यार्थी
रेटिंग : 1/5

सुनते हैं कि ’किससे प्यार करूँ’ के नायक अरशद वारसी ने इस फिल्म का प्रमोशन करने से इनकार कर दिया। क्यों? क्योंकि फिल्म अच्छी नहीं बनी है। अरशद ने ऐसा करके सही किया या गलत, ये अलग बात है, लेकिन जब अभिनय करने वाले का ही फिल्म में मन नहीं लग रहा था, तो दर्शकों का मन कैसे बहल सकता है।

इस फिल्म में हर चीज सस्ती है। सस्ता निर्देशक, सस्ते हीरो, सस्ती हीरोइन, सस्ते तकनीशियन। सस्ते लोगों का काम भी सस्ता है। कहने को तो ये कॉमेडी फिल्म है, लेकिन फिल्म देखते समय दो-चार जगह हँसी आ जाए तो इसे फिल्म की कामयाबी माना जाना चाहिए।

हास्य के नाम पर ओवर एक्टिंग की गई है, अटक-अटककर संवाद बोले गए हैं और तरह-तरह के चेहरे बनाए गए हैं। अभिनय में हँसाना बेहद कठिन काम माना जाता है और यह हर किसी के बस की बात नहीं है। आशीष चौधरी, यश टोंक और आरती छाबरिया जैसे कलाकार कैसे किसी को हँसा सकते हैं, जो अभिनय के नाम पर ठीक तरह से रो भी नहीं सकते।

सिद (अरशद वारसी), जॉन (आशीष चौधरी) और अमित (यश टोंक) बेहद अच्छे दोस्त हैं। नताशा (आरती छाबरिया) को जॉन बेहद चाहता है, लेकिन प्यार का इजहार नहीं कर पाता। नताशा एक दिन कहीं चली जाती है और जॉन उदास हो जाता है।

उसके दोस्त ये उदासी नहीं देख पाते। वे शीतल (उदिता गोस्वामी) को जॉन के नजदीक लाते हैं, लेकिन उनका पाँसा उन पर ही उल्टा पड़ जाता है, जब शीतल जॉन और उसके दोस्तों के बीच दरार डाल देती है। उसकी निगाह जॉन की सम्पत्ति पर है। किस तरह से वे जॉन को उसके चंगुल से छुड़ाते हैं, ये फिल्म का सार है।

कहानी के नाम पर कुछ भी नहीं है। हँसाने के नाम पर कुछ दृश्यों को जोड़ दिया गया है और हो गई फिल्म तैयार। दर्शकों को हँसाने के लिए लॉजिक को भी किनारे रख दिया गया है, लेकिन फिर भी वे कामयाब नहीं हो पाए। बीच में कुछ गाने और एक्शन दृश्य को भी ठूँसा गया है।

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यूनुस सेजवाल ने लेखन का काम इस तरह किया है मानो वे पच्चीस वर्ष पुराने दर्शकों के लिए फिल्म लिख रहे हों। निर्देशक अजय चंडोक ने कलाकारों को पूरी छूट दे दी और जिसने जैसा भी अभिनय किया, उसे उन्होंने वन टेक में ओके कर दिया। अभिनय में अरशद वारसी और श्वेता मेनन ही ठीक-ठाक रहे।

कुल मिलाकर ‘किस से प्यार करूँ’ प्यार के लायक नहीं है।