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Written By समय ताम्रकर

स्पेक्टर : मूवी रिव्यू

स्पेक्टर : मूवी रिव्यू - Spectre, Sam Mendes, Movie Review, Daniel Craig, James Bond
इयान फ्लेमिंग ने 1952 में जेम्स बांड के किरदार को केन्द्र में रखकर उपन्यास लिखना शुरू किए। इस किरदार की लोकप्रियता के बाद डॉक्टर नो (1962) से जेम्स बांड के किरदार को लेकर फिल्म बनना शुरू हुई। सिलसिला 53 वर्षों से जारी है जो इस सीरिज की विश्वव्यापी लोकप्रियता का सबूत है। 'स्पेक्टर' इस श्रृंखला की 24वीं फिल्म है और डेनियल क्रेग चौथी बार जेम्स बांड बन खतरों से खेल दुश्मनों का मुकाबला कर रहे हैं। 
 
हॉट हसीनाएं, हैरत अंगेज एक्शन, खूबसूरत लोकेशन्स, आधुनिक कार और अपनी बहादुरी के ‍चिरपरिचित गुणों के साथ सूटेड-बूटेड जेम्स बांड इस सीरिज की फिल्मों की खासियत है और निर्देशक सेम मेंडेस ने अपनी फिल्म को इन्हीं खासियत के इर्दगिर्द रखा है। 
 
फिल्म शुरू होती है मेक्सिको सिटी से जहां 'द डे ऑफ द डेड' मनाया जा रहा है। एक लंबा सिंगल शॉट लिया गया है जो सिनेमाटोग्राफी का उत्कृष्ट नमूना है। आमतौर पर जेम्स बांड की फिल्मों का पहला सीक्वेंस ऐसा होता है कि दांतों तले अंगुली दबाने वाली कहावत चरितार्थ हो जाती है और 'स्पेक्टर' का यह प्री क्रेडिट सीक्वेंस भी कमाल का है। इस सीक्वेंस के खत्म होते ही लगता है कि इसे दोबारा देखा जाना चाहिए। जेम्स बांड की फिल्म से बहुत उम्मीद लिए बैठे दर्शकों की उम्मीद इस सीक्वेंस को देखने के बाद आसमान छूने लगती है, लेकिन वैसी गति फिल्म में बाद में कायम नहीं रह पाती।  
 
एक अनऑफिशियल मिशन का ऑर्डर जेम्स को अपनी मौत के पहले एम ने दिया था। मेक्सिको में जेम्स दो आदमियों को मार देता है जो एक स्टेडियम को उड़ाने की तैयारी में थे। लंदन वापसी के बाद जेम्स को सस्पेंड कर दिया जाता है और वहां घमासान मच जाता है। नए 'एम' के 'सी' के साथ अधिकारों को लेकर तनावपूर्ण रिश्ते हैं और 'सी' डबल ओ सेक्शन को बंद करना चाहता है क्योंकि यह सेक्शन पुराना और निष्प्रभावी हो गया है। 
 
जेम्स बांड दो मोर्चों पर जूझता है। उसकी हर हरकत पर उसके प्रमुख नजर रखे हुए हैं जिनसे छिपकर उसे स्पेक्टर (स्पेशल एक्ज़ीक्यूटिव फॉर काउंटर इंटेलीजेंस, टेरररिज्म, रिवेंज एंड एर्क्सोशन) के प्रमुख फ्रांज ओबरहाउजर को ढूंढ निकालना है जिसे दुनिया मृत मान चुकी है। इस मिशन को उसे अकेले ही अंजाम देना है। कदम-कदम पर उसे सुराग मिलते जाते हैं जिनके सहारे वह मैक्सिको, लंदन, रोम, मोरक्को, ऑस्ट्रिया की खाक छानता है। मनीपेनी, लुसिया और मैडेलाइन स्वान जैसी महिलाओं का उसे साथ मिलता है। 
'स्पेक्टर' में नया कुछ नहीं पेश करते हुए यह फिल्म जेम्स बांड के चिर-परिचित अंदाज या कहें कि इस सीरिज के फैंस को ध्यान में रखकर बनाई गई है जो जेम्स बांड की हर फिल्म में उसका वही अंदाज देखना पसंद करते हैं। कार, चेज़िंग, स्टंट्स, वूमैन और वाइन इस फिल्म की भी खासियत है, लेकिन कहानी के मामले में यह फिल्म थोड़ी कमजोर साबित होती है। कुछ सवाल अनुत्तरित रह जाते हैं।  
 
कहानी का फैलाव बहुत किया और इसे समेटने में खासा समय लिया गया। इसे जेम्स बांड सीरिज की सबसे लंबी फिल्म बताया जा रहा है। लंबाई तब अखरती है जब फिल्म में कुछ सुस्त दृश्यों से पाला पड़ता है और 'स्पेक्टर' में बीच-बीच में ऐसे क्षण आते हैं जब फिल्म ठहरी हुई लगती है। इन सुस्त क्षणों की याद आप तब भूला देते हैं जब बीच-बीच में रोमांचक क्षणों से सामना होता है।
 
शुरुआती सीक्वेंस के बाद ऑस्ट्रिया में बर्फ के बीच दिखाया गया स्टंट भी गजब का है। कही कोई कंजूसी नजर नहीं आती है और बांड फिल्मों की भव्यता को ध्यान में रख पानी की तरह पैसा बहाया गया है। ढेर सारी कारें उड़ाई गई हैं। क्लाइमैक्स जरूर कमजोर लगता है क्योंकि यहां उम्मीद थी कि जबरदस्त स्टंट देखने को मिलेगा। 
 
जेम्स बांड के रूप में डेनियल क्रेग का आत्मविश्वास देखने लायक है। वे सभी पर भारी पड़ते हैं और फिल्म को अपने कंधों पर खींचकर देखने लायक बनाते हैं। सारे ऑर्डर को ताक पर रखकर अपने मिशन में जुट जाने वाले शख्स के रूप में वे बेहद जमे हैं।
 
क्रिस्टोफर वाल्ट्ज़ अपने पहले सीन में ही खौफ पैदा कर देते हैं और डेनियल क्रेग से जम कर टक्कर लेते हैं। 50 वर्ष की मोनिका बेलूची को सबसे ज्यादा उम्र में बांड गर्ल बनने का मौका मिला है, लेकिन वे अपना जबरदस्त प्रभाव छोड़ती हैं। लिया सेडक्स को बेहतरीन अवसर मिला है जिसका उन्होंने पूरा फायदा उठाया है। 
 
फिल्म की सिनेमाटोग्राफी की जितनी तारीफ की जाए कम है। एरियल शॉट्स का जवाब नहीं है। सिनेमाटोग्राफी फिल्म को विराट लुक देती है। लोकेशन्स आंखों को सुकून देती है। फिल्म के हर किरदार को स्टाइलिश लुक में पेश किया गया है जो जेम्स बांड की फिल्मों का खास गुण है। 
 
'स्पेक्टर' की आप 'स्कायफॉल' से तुलना करेंगे तो कमतर पाएंगे, लेकिन 'स्पेक्टर' में वो तत्व मौजूद हैं जिनके लिए जेम्स बांड की फिल्में जानी जाती हैं और इसके लिए थिएटर जाया जा सकता है। 
 
निर्देशक : सेम मेंडेस 
निर्माता : माइकल जी विल्सन, बारबरा ब्रोकोली 
कलाकार : डेनियल क्रेग, क्रिस्टोफर वाल्टज़, ली सेडक्स, नाओमी हैरिस, मोनिका बेलुची
सेंसर सर्टिफिकेट : यूए * अवधि : 2 घंटे 28 मिनट
रेटिंग : 3.5/5