डैनी ने क्यों नहीं की मैरी कॉम?
मैरी कॉम की जब योजना बनी तो मैरी कॉम के कोच की भूमिका के लिए सबसे पहले फिल्म अभिनेता डैनी का ही नाम फिल्म मेकर्स के दिमाग में आया। डैनी भारत के उत्तर-पूर्व इलाके से हैं और मैरी कॉम के कोच के लिए सबसे उपयुक्त चयन थे। फिर ऐसा क्या हुआ कि डैनी के बजाय यह रोल नेपाली अभिनेता सुनील थापा ने निभाया।
सूत्रों का कहना है सबसे पहले डैनी से ही संपर्क किया गया। डैनी ने भी उत्साह दिखाया। वे एक खिलाड़ी के जीवन पर बनने वाली फिल्म का हिस्सा बनना चाहते थे। बात जब पैसों की आई तो मामला अटक गया। डैनी ने लगभग सवा करोड़ रुपये की फीस मांगी, जो मैरी कॉम के निर्माताओं को ज्यादा लगी।
बताया जाता है कि डैनी से अपनी फीस कम करने के लिए कहा गया, लेकिन उसूलों के पक्के डैनी कभी झुकना पसंद नहीं करते। उन्होंने संकेत दे दिया कि या तो उनको उनके द्वारा बताई गई फीस दी जाए या फिर उन्हें साइन करने का इरादा छोड़ दिया जाए। आखिर में डैनी की बजाय नेपाली अभिनेता सुनील थापा को लिया गया जो नेपाली फिल्मों में विलेन की भूमिका आमतौर पर निभाते।
'मैरी कॉम' रिलीज हो चुकी है। सुनील थापा के अभिनय की प्रशंसा भी हुई है। यदि डैनी होते तो संभव है कि फिल्म में ज्यादा वजन आ जाता।