गुरुवार, 18 अप्रैल 2024
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Written By WD

लगातार काम करता हूं : रोहित शेट्टी

'सिंघम रिटर्न्स' के निर्देशक से बातचीत

लगातार काम करता हूं : रोहित शेट्टी -
'सिंघम' और 'सिंघम रिटर्न्स' में कितना अंतर है?
बहुत फर्क है। अब अजय देवगन के पात्र का प्रमोशन हो चुका है। वह डीसीपी बन गया है। उनका तबादला गोवा से मुम्बई हो गया है। कहानी मुम्बई की है। उसी के अनुसार समस्याएं बदल गई हैं। अब इसका स्केल बढ़ गया है। यह किसी फिल्म का रिमेक नहीं है। 'सिंघम' की कहानी जहां खत्म हुई थी वहीं से ये फिल्म आगे बढ़ी है। यह सीक्वल है और इसमें हमने 'ब्लैक मनी' का मुद्दा उठाया है।

जब आपके पास एक सफल ब्रांड हो तब सीक्वल बनाते समय कितनी सावधानी बरतनी पड़ती है?
जब एक सफल ब्रांड को आगे ले जाना होता है तो हमें पता होता है कि दर्शक पहली फिल्म के पात्रों से परिचित है और वह अपने दिमाग में कुछ खास बात रखकर उसका सीक्वल देखने आएगा तो उसे निराशा नहीं होनी चाहिए। इसी के साथ फिल्म में कुछ नया हो जो उन्हें आकर्षित करे। सीक्वल की सबसे बड़ी समस्या यह होती है कि कैरेक्टर को एक सीमित दायरे में ही रखना होता है। पहली फिल्म में जो कैरेक्टर रहा है उससे अलग नहीं जा सकते। एक दायरे में रख उस पात्र में कुछ नया लिखना काफी कठिन होता है, पर फिल्म के रिलीज़ के समय हमें दर्शकों को यह नहीं बताना पड़ेगा कि बाजीराव सिंघम कौन है।

इस बार ब्लैक मनी का मुद्दा क्यों?
ऐसा इसलिए क्योंकि मुम्बई पुलिस पर जब भी फिल्में बनी तो अंडरवर्ल्ड और वही एक्शन नज़र आता था। मुझे कुछ नया करना था जिससे युवा पीढ़ी रिलेट कर सके तो मैंने ब्लैक मनी का मुद्दा लिया क्योंकि यह काफी चर्चा में है। हमने फिल्म में रियलिटी पेश करने की कोशिश की है।

फिल्म इंडस्ट्री में ब्लैक मनी..?
अब वह ज़माना चला गया। अब तो हर फिल्म की फंडिंग कॉरपोरेट हाउस कर रहे हैं। जब से कॉरपोरेट कम्पनियां आई हैं, तब से इंडस्ट्री में ब्लैक मनी का अस्तित्व ही नहीं रहा।

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'सिंघम रिटर्न्स' को आपने कहां फिल्माया है?
'सिंघम रिटर्न्स' को हमने मुम्बई की वास्तविक लोकेशंस पर फिल्माया है। मैंने इस फिल्म की शूटिंग के लिए महाराष्ट्र के गृह मंत्रालय, गृह मंत्री और पुलिस विभाग से इजाज़त ली। ऐसी जगहों पर शूटिंग की जहां शूटिंग करने की किसी को इजाज़त नहीं है। 26/11 की घटना के बाद मेरी फिल्म 'सिंघम रिटर्नस' पहली फिल्म है जिसे ताज होटल और गेट वे ऑफ इंडिया पर फिल्माया गया है। हमने माहिम में मकबूल की मज़ार पर, कॉटन ग्रीन, रे रोड़ जैसी रियल लोकेशंस पर शूटिंग की है। फिल्म की जो लोकेशंस हैं वे अपने आप में यूनिक हैं। लोगों को कुछ नया नज़र आएगा। पर मैं यह ज़रूर कहना चाहुंगा कि गृह मंत्रालय और पुलिस विभाग के सहयोग के बिना हमारे लिए शूटिंग करना मुश्किल हो जाता। हमने हाई सिक्युरिटी ज़ोन में शूटिंग की है।

आपने खलनायक के रोल के लिए अमोल गुप्ते को क्यों लिया?
हम कई नामों पर विचार कर रहे थे तभी मेरे सहायक ने अमोल गुप्ते का नाम सुझाया। मैं अमोल की फिल्म 'कमीने' देख चुका था तो मैंने तुरंत हां कर दिया कि अमोल उस रोल के लिए ठीक रहेंगे। अमोल बहुत ज्यादा फिल्में नहीं करते हैं तो मुझे लगा कि अगर वो हमारी फिल्म का हिस्सा बनेंगे तो उनकी वजह से कुछ नयापन हो जाएगा।

फिल्म में संगीत का कितना महत्व है?
मेरा मानना है कि संगीत कहानी को आगे नहीं बढ़ाता पर हमने यो यो हनी सिंह का गाना रखा है जो बच्चों को भा रहा है। इससे फिल्म का प्रमोशन करने में मदद मिल रही है।

करीना का क्या रोल है?
करीना का रोल मैच्योर है और फिल्म में अजय और करीना की मैच्योर लव स्टोरी है। फिल्म में ड्रामा और एक्शन अजय ने सम्भाला है तो कॉमेडी का करीना ने।

कॉरपोरेट कम्पनियों के आने से क्रिएटिविटी पर कितना असर पड़ा?
कोई असर नहीं पड़ा। ये कम्पनियां दखल नहीं देती।

एक्शन दृश्यों को फिल्माते समय आप किस तरह की सावधानियां बरतते हैं?
हमारे लिए जरूरी होता है कि हम सीन को इस तरह फिल्माएं कि हमारे कलाकार या तकनीशियन को खतरा ना हो। इसलिए हमें कुछ सीन को फिल्माते समय चीटिंग करनी पड़ती है। केबल का सहारा लेना पड़ता है। एक्शन सीन करने से पहले हम काफी ट्रेनिंग देते हैं। अब तो स्पेशल इफेक्ट्स आ गए है तो हमारे लिए बहुत आसानी हो गई है। पहले एक्शन फिल्माना बहुत कठिन था। मैं खुद ही अपनी हर फिल्म के एक्शन सीन डिज़ाइन करता हुं और हर खतरनाक एक्शन सीन की शूटिंग के समय सेट पर एक डॉक्टर और एम्बुलेंस रहती है।

आपने शाहरुख और अजय दोनों के साथ काम किया है। दोनों में किस तरह का फर्क महसूस करते हैं?
मेरे काम करने का स्टाइल बहुत अलग है। मैं हर फिल्म बहुत पहले लिख लेता हूं और जब फिल्म लिखता हूं तो कलाकार ध्यान में रखकर लिखता हूं। मैंने 'चेन्नई एक्स्प्रेस' की स्क्रिप्ट 'गोलमाल सीरीज़' के दौरान लिखी थी। मैं 2015 में शाहरुख के साथ एक और फिल्म करने वाला हूं, जिसकी स्क्रिप्ट बहुत पहले लिख चुका हुं। मैं 'चेन्नई एक्स्प्रेस' की शूटिंग शुरू करने से पहले ही 'सिंघम रिटर्न्स' की स्क्रिप्ट लिख चुका था। मैं लगातार काम करता रहता हूं। ऐसा नहीं कि चार साल में एक बार आता हूं। इसलिए शूटिंग के दौरान किस कलाकार के साथ शूट कर रहे हैं इससे मुझे फर्क नहीं पड़ता।