शनिवार, 20 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. मनोरंजन
  2. »
  3. बॉलीवुड
  4. »
  5. मुलाकात
Written By WD

भाग्य और दुआएं काम करते हैं : हिमेश रेशमिया

हिमेश रेशमिया के साथ बातचीत

भाग्य और दुआएं काम करते हैं : हिमेश रेशमिया -

हिमेश रेशमिया सृजनात्‍मकता और बिजनेस दोनों को ही महत्वपूर्ण मानते हैं। वे इमोशनल हैं, लेकिन किसी भी चीज़ की व्यावसायिक सफलता पर सबसे ज्‍यादा ध्‍यान देते हैं। अपने बड़े भाई की मौत के बाद वे सलमान ख़ान को अपने बड़े भाई की जगह पाते हैं। वे श्रीनाथजी के अनुयायी हैं और 'जय माता दी' उनका पसंदीदा जयकारा है। वे अपने पिता से सबसे अधिक प्रेम करते हैं, जो उनके गुरु भी हैं। उनके आगामी होम प्रोडक्‍शन 'एक्‍सपोज़' में उन्‍होंने मुख्‍य भूमिका निभाई है।


क्‍या आप भाग्‍य में विश्‍वास रखते हैं?
मेरे पिता अपने ज़माने के शीर्ष संगीतकार थे। ब्रेन हेमरेज के कारण मेरे बड़े भाई जयेश का 21 साल की उम्र में देहांत हो गया। मेरे पिता ने फिल्‍म निर्माण का कार्य सिर्फ अपने लिए शुरु किया था। मैंने अपने पिता से कहा था कि मैं हमेशा आपके साथ रहूंगा। मैं सिर्फ अपने काम पर ध्‍यान देता आया हूं। 16 साल की उम्र में मैं 300 धुन बना चुका था। मैंने एक गुजराती टीवी सीरियल के संगीतकार के तौर पर अपने मैंने अपने करियर की शुरुआत की थी इसके बाद मैंने ज़ी टीवी पर प्रसारित एक सीरियल 'अंदाज़' का निर्माण किया। 25 साल की उम्र में 'प्‍यार किया तो डरना क्‍या' के साथ मुझे बतौर म्‍यूजिक डायरेक्‍टर काम करने का मौका मिला। चाहे वो सलमान भाई हों, सलीम साहब हों या फिर सोहेल भाई, इस ब्रेक के लिए मैं संपूर्ण खान फैमिली को धन्‍यवाद देता हूं। इसके बाद एक गायक के तौर पर मेरे गीत 'आशिक बनाया आपने' को फिल्‍मफेयर अवॉर्ड प्राप्‍त हुआ। टैलेंट से ज्‍यादा यह मेरे लिए भाग्‍य की बात रही। सच यह है कि भाग्‍य और दुआएं आपके भले के लिए काम करती हैं।

आपने इतना वज़न कैसे कम कर लिया?
मैंने पिछले 6 महीनों में अपना 20 किलो वज़न कम किया है। इसके लिए मैंने कड़ी मेहनत की और रात के 9 के बाद खाना बंद कर दिया। मैं पहले शाकाहारी था, लेकिन प्रोटीन सप्‍लीमेंट के लिए मैंने ग्रिल्‍ड चिकन खाना शुरु कर दिया।

PR


'द एक्‍सपोज़' में यो यो हनी सिंह के साथ काम करने का आपका अनुभव कैसा रहा?
फिल्‍म में हनी सिंह को हाईलाइट किया गया है और फिल्‍म रिलीज़ होने के बाद दर्शकों के बीच उनका किरदार एक ऐसे नेगेटिव या नकारात्‍मक व्‍यक्‍ति के रूप सामने आएगा, जिसे लोग पसंद करेंगे। उन्हें यो-यो हनी सिंह बनने से पहले से मैं उन्‍हें जानता हूं। हम पहले भी बातचीत कर चुके हैं और एक साथ काम करने के इच्‍छुक थे।

जब लोग यह कहते हैं कि आप नाक के सहारे गाते हैं, तो क्‍या आपको परेशानी होती है?
मुझे लगता है कि इर इंसान का अपने नज़रिया होता है। मैं किसी भी चीज़ की व्‍यवसायिक सफलता को बहुत अहमियत देता हूं। मैं अपने म्‍यूजिक को एंजॉय करता हूं और यही मेरी खासियत भी है। मैं जो भी करता हूं वो सभी मेरी कोशिशें हैं।

आपको कैसा लगता है, जब तमाम सिंगर्स ऐसा कहते हैं कि आजकल संगीतकार अपने खुद के गीत गाने लगे हैं। आपका क्‍या नज़रिया है?
जब संगीतकार किसी गीत को गाता है, तो संगीत की वास्‍तविकता मौजूद होती है, जो कभी-कभी गायक द्वारा पैदा नहीं हो पाती है। अगर ये कारगर नहीं होता तो निर्माता या सुपरस्‍टार्स म्‍युजिक डायरेक्‍टर्स को ऐसा मौका नहीं देते। तो अगर गायकों को ऐसा लगता है कि संगीतकार अपने गीत क्‍यों गा रहे हैं, तो इसके पीछे यह वजह है कि यह अच्‍छा तरीका है।

दुनिया में आप सबसे ज्‍यादा प्‍यार किसे करते हैं?
अपने पिताजी को जो मेरे गुरु भी हैं। वह मुझे निस्‍वार्थ भावना से प्रेम करते हैं। अपने हर गाने के लिए आज भी मैं उनकी स्‍वीकृति लेता हूं। मुझे लगता है कि यदि वे मेरे किसी गीत को अपना आर्शीवाद देंगे तो वो जरूर हिट होगा। मैं अपने आपको खुशनसीब महसूस करता हूं कि मैं उनका बेटा हूं। उन्‍होंने अपना जीवन मेरे लिए बिताया है और उन्‍हें हमेशा मुझ पर भरोसा होता है।