गुरुवार, 25 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. समाचार
  3. बिहार विधानसभा चुनाव 2015
  4. Narendra Modi
Written By
Last Modified: गुरुवार, 8 अक्टूबर 2015 (14:56 IST)

अब हमारे पीछे पड़ा है शैतान : मोदी

अब हमारे पीछे पड़ा है शैतान : मोदी - Narendra Modi
मुंगेर। गौमांस विवाद में कदम रखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को राजद प्रमुख लालूप्रसाद को उनकी ‘हिन्दू भी गौमांस खाते हैं’संबंधी टिप्पणी के लिए निशाने पर लिया और कहा कि उन्होंने ऐसा कहकर बिहार के लोगों और खासकर उन्हें सत्ता में लाने वाले अपने‘यदुवंशी’समुदाय का अपमान किया है।
दादरी में कथित रूप से गौमांस खाने की अफवाहों को लेकर एक व्यक्ति की हत्या की घटना को लेकर व्यापक आक्रोश के बावजूद अब तक चुप्पी साधे रहे प्रधानमंत्री ने यहां एक चुनाव रैली में लालू पर हमला करते हुए कहा कि शैतान मानव शरीर में घुस गया है। 
 
उन्होंने कहा कि उन्होंने क्या क्या खाया है? इससे (टिप्पणियों से) यदुवंशियों का अपमान हुआ है। लालूजी इन यदुवंशियों ने सत्ता में आने में आपकी मदद की। सभी यादव क्या खाते हैं, क्या यह यादवों और बिहार का अपमान नहीं है? 
 
मोदी, नीतीश कुमार पर डीएनए संबंधी निशाना साधने के लिए महागठबंधन के निशाने पर हैं, जिसका कहना है कि ऐसा कहकर मोदी ने बिहार के लोगों का अपमान किया है। मोदी अब पलटवार करते हुए लालू की गौमांस संबंधी टिप्पणी को न केवल गौपालक यादव समुदाय बल्कि पूरे बिहार का अपमान बताते हुए पेश कर रहे हैं।
 
उन्होंने कहा कि लालू यह कहकर अपनी टिप्पणी से पीछा नहीं छुड़ा सकते कि उनकी जुबान पर ‘शैतान’आ गया जिसने उन्हें ऐसा कहने को मजबूर किया और ‘‘मैं जानना चाहता हूं कि शैतान को उनका (लालू) पता कैसे मिला..वे शैतान को उसी तरह पहचानते हैं जैसे लोग अपने रिश्तेदारों को। 
 
प्रधानमंत्री ने लालू के ‘शैतान के प्रभाव में आकर टिप्पणी करने’संबंधी बयान का उपहास करते हुए कहा कि अब तक हम मनुष्यों (राजनीतिक विरोधियों) से लड़ते आ रहे थे। अब शैतान एक मानव शरीर में घुस गया है जो हमारे पीछे पड़ा है।
 
लालू की टिप्पणी की तरफ इशारा करते हुए मोदी ने भीड़ से पूछा कि क्या बिहार में इस तरह के लोगों की जगह है?’यह महसूस करते हुए कि मुस्लिम-यादव का संयोजन भाजपा नेतृत्व वाले राजग के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है, राजग यादव वोटों में बिखराव की उम्मीद कर रहा है और समुदाय पर राजद प्रमुख की पकड़ को देखते हुए रामकृपाल यादव एवं नंदकिशोर यादव जैसे यादव नेताओं को खास तौर पर आगे कर रहा है।
 
मोदी ने साथ ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू पर हमला करने के लिए आज जयप्रकाश नारायण की पुण्यतिथि के मौके का भी इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि जिन्होंने कभी समाजवादी नेता (जयप्रकाश नारायण) का जयगान गाया था, उन्होंने अब उस कांग्रेस से हाथ मिला लिया जिसने आपातकाल के दौरान जेपी को जेल में बंद कराया था और यह धर्मनिरपेक्ष महागठबंधन ‘महास्वार्थ गठबंधन’है।
 
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस अपनी खुद की प्रासंगिकता खोने के बाद जद (यू) और राजद से हाथ मिलाकर बिहार की राजनीति में‘पिछले दरवाजे से’ घुसना चाहती है।
 
उन्होंने लालू और नीतीश दोनों पर जेपी को लेकर उनकी प्रतिबद्धता पर सवाल किया जिन्होंने ताउम्र कांग्रेस के खिलाफ संघर्ष किया था। मोदी ने कहा कि  कांग्रेस ने आपातकाल लगाया और जेपी को जेल में डाला जहां वह बीमार पड़ गए और इस कारण उनका निधन हो गया, उसी कांग्रेस के साथ खड़े होकर वे अब भाजपा को गाली दे रहे हैं।
 
आरएसएस अध्यक्ष मोहन भागवत की आरक्षण नीति की समीक्षा संबंधी मांग को लेकर लगातार महागठबंधन का हमला झेल रहे मोदी ने बिहार के चुनाव को जाति मुद्दे से इतर लड़ाई के तौर पर पेश करने और युवाओं तक पहुंचने की कोशिश की। 
 
उन्होंने कहा कि राजनीतिक पंडित बिहार को लेकर अपनी सोच बदलने पर मजबूर हो जाएंगे। पहली बार यह :चुनाव: जाति के विचारों से इतर (लड़ा जाएगा) होगा। यह युवा और विकास के मुद्दे पर लड़ा जाएगा। यह अब मुख्य मुद्दे होंगे।’’ पिछले साल आम चुनाव में बिहार के युवा वर्ग ने भाजपा नेतृत्व वाले राजग के लिए बड़ी संख्या में वोट डाले थे जिसके कारण गठबंधन को बिहार में भारी जीत मिली और उसने राज्य की 40 में से 31 लोकसभा सीटों पर कब्जा किया।
 
ऐसा माना जा रहा है कि अगर चुनाव में जाति का कारक हावी होता है तो इससे जदयू, राजद और कांग्रेस के महागठबंधन को फायदा होगा। इसलिए भाजपा मोदी को बदलाव का प्रतीक पेश कर युवाओं तक पहुंच रही है।
 
प्रसिद्ध हिन्दी कवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’की तरफ इशारा करते हुए मोदी ने कहा कि बदलाव चाहने वाले बिहार के युवाओं ने उनके शब्दों ‘सिंहासन खाली करो, जनता आती है’को गंभीरता से ले लिया है।
 
प्रधानमंत्री ने लालू के शासन में राज्य में अपराध दर की तरफ संकेत करते हुए कहा कि‘अपहरण एक उद्योग बन गया था। लोग उत्सवों के दौरान भी सूर्यास्त के बाद बाहर नहीं निकलते थे। कोई भी इस डर से नया वाहन नहीं खरीदता था कि उसे गुंडे छीन लेंगे।’’  
 
प्रधानमंत्री ने साफ तौर पर नीतीश और लालू के साथ आने के बाद इस तरह की घटनाएं बढ़ने की तरफ इशारा करते हुए कहा कि बिहार सरकार के आंकड़े बताते हैं कि जनवरी और जुलाई के बीच अपहरण की 4,000 घटनाएं हुई हैं। 
 
उन्होंने कहा कि आप जंगलराज चाहते हैं या विकास.. युवा और जल बिहार की मुख्य संपदा हैं। लेकिन दोनों का ही दुरूपयोग किया गया और विकास के लिए इस्तेमाल नहीं किया गया। हमें एक मौका दीजिए और बड़ी संख्या में मतदान कीजिए। सुनिश्चित कीजिए कि कोई ‘शैतान’ वापस नहीं आए..बड़ी संख्या में वोट डालिए।' 
 
मोदी ने केंद्र द्वारा बिहार के लिए घोषित किए गए 1.65 लाख करोड़ रुपए के पैकेज की तरफ संकेत करते हुए राज्य सरकार पर इसके कार्यान्वयन में बाधाएं पैदा करने का आरोप लगाया और कहा कि लेकिन लोग ऐसा नहीं होने देंगे क्योंकि वे विकास चाहते हैं नाकि जंगलराज। (भाषा)