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Last Modified: सोमवार, 9 नवंबर 2015 (15:45 IST)

सोमाली समुद्री डाकुओं को भी भाता है बॉलीवुड

सोमाली समुद्री डाकुओं को भी भाता है बॉलीवुड - why somalis love bollywood
-अब्दुललाही यूसुफ (बीबीसी मॉनीटरिंग) 
 
भारत-अफ्रीका फोरम का सम्मेलन हाल ही में दिल्ली में हुआ, जहां व्यापार और निवेश एजेंडे में सबसे ऊपर थे। हालांकि इस बात से बहुत कम लोग वाकिफ होंगे कि राजस्थान से लगभग दोगुने आकार वाले अफ्रीकी देश सोमालिया में बॉलीवुड की फिल्मों की काफी डिमांड रहती है।
‘अफ्रीकी क्षेत्र का सींग’ कहे जाने वाले इस देश में भारतीय फिल्में बहुत लोकप्रिय हैं और जिन भी घरों में टीवी है, वे कम से कम एक ऐसा भारतीय चैनल जरूर सब्सक्राइब कराते हैं, जो बॉलीवुड फिल्में प्रसारित करते हैं।
 
इन फिल्मों की लोकप्रियता केवल सोमालिया में ही नहीं, बल्कि पड़ोसी देश कीनिया और इथोपिया में रहने वाले सोमालियों के बीच भी उतनी ही है। साल 2011 में भारतीय नेवी द्वारा पकड़े गए सोमाली समुद्री डाकुओं में से एक का बयान भी बॉलीवुड के प्रति प्रेम को उजागर करता है।
 
उस समय एनडीटीवी ने एक समुद्री डाकू के हवाले से कहा था क‍ि मैं इंडिया और बॉलीवुड को प्यार करता हूं। मैंने टेलीविजन में इंडिया को देखा है और तभी से मैं इसे प्यार करने लगा हूं। मैं हर भारतीय शहर को देखना चाहता हूं।
 
इन डाकुओं के पास से हथियारों के अलावा जो कुछ बरामद हुआ उनमें बॉलीवुड फिल्मों की डीवीडी भी थीं। लंदन के यूनिवर्सल टीवी जैसे लोकप्रिय सोमाली टीवी चैनल अक्सर भारतीय धारावाहिकों का प्रसारण करते हैं, जैसे ‘कसम से’, ‘कुबूल है’ आदि। इन फिल्मों की डबिंग सोमाली में की जाती है इसलिए दर्शकों को कहानी समझने में दिक्कत नहीं आती।
 
सोमाली दर्शकों को लक्ष्य करते हुए इलाके के सिनेमा हॉल और मूवी स्टोर विशेष रूप से भारतीय फिल्में दिखाते हैं या बेचते हैं। इन फिल्मों की लोकप्रियता ने सोमालियों के बीच फिल्मी गानों को भी लोकप्रिय बनाया है। इस तरह के गाने अक्सर यहां घर पर या किसी शादी-ब्याह के मौके पर बजाए जाते हैं।
देश में चरमपंथी इस्लामी ग्रुप 'अल शबाब' के उदय के पहले उत्तर-पूर्व में कीनिया की सीमा से लगे मांदेरा कस्बे के नौजवान सोमालिया के बूलो हावो में हिन्दी फिल्में देखने के लिए सीमा पार कर जाते थे। असल में मुसलमान मौलवियों और स्थानीय प्रशासन ने सिनेमा हॉलों पर प्रतिबंध लगा दिया था, क्योंकि उन्हें लगता था कि स्कूली बच्चे पढ़ाई छोड़कर फिल्में देखते हैं।
 
अल शबाब के कब्जे वाले इलाके में सिनेमा हॉल बंद पड़े हुए हैं, क्योंकि अल कायदा से जुड़ा यह संगठन पॉप संस्कृति को गैरइस्लामी मानता है।
 
साल 2006 में यूनियन ऑफ इस्लामिक कोर्ट्स के रूप में जब अल शबाब का उभार हो रहा था तो उसने अपने कब्जे वाले मध्य और दक्षिणी सोमालिया में कई लोगों को सार्वजनिक रूप से भारतीय फिल्में देखते हुए गिरफ्तार किया था।
 
पिछले साल अल शबाब ने अपने कब्जे वाले इलाके में स्मार्ट फोन के इस्तेमाल और बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके पीछे एक कारण लोगों को फिल्में और गाने डाउनलोड कर देखने से रोकना भी था।
 
सोमाली लोग बॉलीवुड गॉसिप पढ़ने के लिए अब वेबसाइटों और ब्लॉगों की ओर रुख कर रहे हैं। भारतीय फिल्मों के बारे में खबरें और सूचनाएं देने वाली कुछ लोकप्रिय वेबसाइटों में नीदरलैंड्स की फगारे डॉट कॉम और रासिये डॉट कॉम शुमार हैं।
 
कुछ साल पहले सोमालीनेट फोरम पर एक बहस चलाई गई थी कि क्या सोमाली महिलाओं को भारतीय फिल्में देखनी देनी चाहिए? आलोचकों का कहना था कि इन्हें देखकर वो भी अपने पति से वैसा ही बर्ताव करने की मांग करने लगेंगी, जैसा बॉलीवुड के हीरो फिल्मों में अपनी पार्टनर के साथ करते हैं।
 
यहां छात्रों में बॉलीवुड का असर देखा जा सकता है। लड़कियों को काजोल और प्रियंका जैसे नाम भी दिए जाते हैं जबकि कई लड़कों के नाम करन और अर्जुन मिल जाते हैं। सोमाली लोगों के बीच शाहरुख खान, अक्षय कुमार और सलमान खान सबसे लोकप्रिय भारतीय अभिनेता हैं।
 
लेकिन यहां हर एक्टर का जिक्र उसके असली नाम से नहीं किया जाता है। उदाहरण के लिए अक्षय कुमार का जिक्र राज सिप्पी द्वारा 1992 में निर्देशित फिल्म 'मिस्टर बॉन्ड' के किरदार के नाम से किया जाता है।
 
अमिताभ बच्चन यहां ‘अली धीर’ यानी 'लंबा अली' के नाम से मशहूर हैं, क्योंकि बच्चन नाम का उच्चारण थोड़ा कठिन है और अली एक लोकप्रिय सोमाली नाम है। हॉलीवुड और नाइजीरिया के नॉलीवुड से अलग भारतीय फिल्में यहां इसलिए लोकप्रिय हैं, क्योंकि भारतीयों और सोमालियों की संस्कृतियों में काफी समानता है।
 
अधिकांश कहानियों की पटकथा प्रेम, पारिवारिक रिश्ते और पारिवारिक शादी के इर्द-गिर्द घूमती है, जो सोमाली दर्शकों को अपनी ओर खींचती है। भारतीय महिलाओं का पहनावा साड़ी, सोमाली गरबा सार से काफी मिलता-जुलता है। दोनों ही समाजों में महिलाएं सार्वजनिक रूप से किस नहीं करतीं। इसी तरह संयुक्त परिवार भी एक ऐसी चीज है जिसे सोमाली थोड़ा अपने करीब पाते हैं।
 
हालांकि बॉलीवुड लोकप्रियता के बावजूद कुछ ही भारतीय हिन्द महासागार के दो छोरों पर रहने वाले इन दोनों समाजों के बीच सांस्कृतिक समानता से परिचित हैं।